चंद्रघंटा जो देवी दुर्गा का तीसरा स्वरूप है, और उन्हें शक्ति, साहस और वीरता की देवी माना जाता है:श्री विश्वापुरी जी महाराज

कमल शर्मा

नवरात्रि के तीसरे दिन, के विषय में भक्तों को बताते हुए पंच दशनाम जूना अखाड़ा के महंत श्री विश्वापुरी जी महाराज ने बताया कि मां चंद्रघंटा जो देवी दुर्गा का तीसरा स्वरूप है, और उन्हें शक्ति, साहस और वीरता की देवी माना जाता है. इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा करने से व्यक्ति को भय पर विजय प्राप्त करने और चुनौतियों का सामना करने की शक्ति मिलती है. 

मां चंद्रघंटा की पूजा का महत्व के बारे में विस्तार से बताते हुए महाराज जी ने कहा कि :मां चंद्रघंटा को शक्ति और साहस की देवी माना जाता है, जो भक्तों को भय पर विजय प्राप्त करने और चुनौतियों का सामना करने की शक्ति प्रदान करती हैl मां चंद्रघंटा की पूजा करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन में खुशहाली आती है. :इस दिन विशेष पूजा करने से सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ती है. देवी भागवत पुराण के अनुसार, मां चंद्रघंटा का रूप अत्यंत शांत, सौम्य और ममतामयी है, जो अपने भक्तों को सुख-समृद्धि और शांति प्रदान करता है

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