कांवड़ मेले की व्यस्तता के बीच गुमशुदा बच्चे को ढूँढने में सफल रही हरिद्वार पुलिस

कोतवाली रुड़की

कमल शर्मा (हरिहर समाचार)

परिजनों ने जताई थी अपहरण की आशंका, एसएसपी के निर्देश पर गठित की गई थी स्पेशल टीम

सैकड़ों सीसीटीवी खंगाल कर बच्चे तक पहुंची पुलिस टीम

घर से नाराज होकर कांवड़ियों के भेष में भोलों के बीच पहुँचा था बालक
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बच्चा हो गया था गायब, अपहरण की थी संभावना-

दिनांक 16.07.2025 की दोपहर रुड़की के लक्ष्मी बिहार कॉलोनी निवासी तेरह वर्षीय बालक बनियान और नेकर पहने अपने घर से गायब हो गया। अपहरण की आशंका से परेशान बालक के परिजनों ने खोजबीन के काफी प्रयास किए लेकिन असफलता हासिल होने पर उन्होंने कोतवाली रुड़की से मदद मांगी जहां पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज किया।

एसएसपी ने लिया संज्ञान-

प्रकरण की जानकारी मिलने पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने एसपी शेखर चंद सुयाल एवं सीओ रुड़की नरेंद्र पंत से बात कर मामले को गंभीरता से लेने व बच्चे को जल्द तलाशने के निर्देश देते हुए पुलिस टीम गठित की।

लीड मिली लेकिन पेंच फंसे-

हरि बनियान व काले रंग का नेकर पहने घर से निकले बच्चे की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया गया तो सामने आया कि बच्चे ने पहने हुए कपड़े बदल कर कांवड़ भेष धारण कर लिया है और रुड़की से हरिद्वार की तरफ चला है। रास्ते में एक ढाबे पर बच्चे के खाना खाने की सूचना पर टीम तुरंत वहां पहुंचीं लेकिन तब तक बच्चा वहां से जा चुका था।

सागर में सुई ढूंढने जैसा टास्क-

कांवड़ यात्रा अपने चरम की ओर बढ़ रही थी। आप समझ सकते हैं कि चारों और भगवा वस्त्र पहने लाखों कांवड़ियों के बीच उस नन्हे बच्चे को खजाना कितना मुश्किल था। बच्चे के पास कोई मोबाइल फोन न होने के कारण सर्विलांस का कोई सहारा न था। एक और खास बात ये भी थी कि अधिकतर फोर्स कांवड़ यात्रा में लगे होने की वजह से संसाधन बेहद सीमित नजर आ रहे थे।

अंधेरे में रोशनी की किरण और मिल गई मंजिल-

कहते हैं कि मेहनत अगर शिद्दत से की जाए तो कामयाबी का रास्ता खुद-ब-खुद नजर आने लगता है। ऐसा ही टीम के साथ हुआ जब उन्होंने अब तक के रूट चार्ट को फॉलो कर हर की पौड़ी पर फोकस किया। थोड़ा वक्त, कड़ी मेहनत और थोड़े सब्र के बाद बचाव हरकी पैड़ी हरिद्वार से सकुशल बरामद हो गया।

अपनों से नाराजगी, कदम हरिद्वार की ओर-

बच्चे को अपने विश्वास में लेकर जब पुलिस टीम ने बच्चे से घर से यहां आने की वजह जाननी चाही तोए बच्चे ने पूरी मासूमियत के साथ बताया कि किसी बात पर घर वालों ने उसी डांट दिया था। बात बुरी लगी तो वो घर छोड़कर निकल पड़ा एक अंजान यात्रा पर जिसकी मंजिल तय नहीं थी लेकिन एक ठिकाना हरिद्वार था।

घरवाले खुश, पुलिस को दे रहे आशीर्वाद-

बच्चे के सकुशल तलाश की खबर मिलते ही ख़ुशी से झूम उठे परिजनों ने हरिद्वार पुलिस को मंगलकामनाओं के साथ अपने आशीर्वाद देते हुए आभार प्रकट किया। बालक को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के उपरांत CWC (बाल कल्याण समिति) के समक्ष प्रस्तुत कर सुरक्षित रूप से परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है उनकी काउंसलिंग की गई छोटे बच्चों को इस प्रकार से ना डाटा जाए कि वह गलत कदम उठाने पर भी विवस हो जाए, जिस पर परिजनों द्वारा माफी मांगी गई तथा भविष्य में इस प्रकार की गलती ना करने हेतु कहा गयाl

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