कमल शर्मा
हरिद्वार 23 मार्च 2025 श्री सिया बल्लभ कुटी सजनपुर बाहर पीली में परम पूज्य गुरुदेव श्री श्री 1008 सिया बल्लभ दास जी महाराज की पावन स्मृति में एक विशाल संत समागम आयोजित किया गया संत समागम तथा भक्तजनों को संबोधित करते हुए कुटिया के श्री महंत मुरारी दास जी महाराज ने कहा जिस पर कृपा राम की हो वह पत्थर भी तर जाते हैं इस संसार में भगवान राम के नाम की महिमा बड़ी ही अपरम्पार है भगवान के साथ उनके कार्य में हनुमान जी के साथ छल करने हेतु छद्म रूप रख पहाड़ों के बीच सरोवर के किनारे राम नाम की महिमा का गुणगान करने वाले असुर कालनेमि ने हनुमान जी का मार्ग अवरुद्ध करने हेतु राम नाम की महिमा गाई किंतु अंतिम समय में हनुमान जी द्वारा पहचान लियें जाने पर हनुमान जी की गदा के प्रहार से परलोक चला गया उसके लियें स्वर्ग के दरवाजे रात्रि में भी खोल दिये गये क्योंकि भले ही छल के लिये ही सही किंतु उसने कुछ पल राम नाम की महिमा का गुणगान किया इसी प्रकार माता अहिल्या ने पाषाण में होते हुए भी राम नाम की महिमा का गुणगान किया राम जी के पैर की एक ठोकर ने उन्हें पुनः नारी स्वरूप प्रदान किया गुरु की आज्ञा पाकर माता शबरी ने सदियों तक राम की बाट देखी और रोज उनके लियें फूलों से मार्ग को सजाया एक दिन भगवान राम को उनकी पुकार सुन उनकी कुटिया में उन्हें दर्शन देने जाना पड़ा l
इस अवसर पर बोलते हुए राधारमन मां जगदंबा ने कहा कि भक्ति बड़ी ही अनमोल होती है वह किसी भी स्वरूप में की जाये फलदाई होती है राम नाम की महिमा बड़ी ही अपरम्पार है अंतिम समय में रावण ने राम का नाम पुकारा अंतिम समय में पुतना ने भगवान कृष्ण का नाम पुकारा अंतिम समय में तड़का ने भगवान राम का नाम पुकारा ऐसे ही अनेकों उदाहरण है उन्हें सत्य के मार्ग पर आना पड़ा क्योंकि राम नाम सुखदाई भजन करो भाई यह जीवन दो दिन का जिसने जीवन के अंतिम पल में भी भगवान राम का नाम ले लिया हो उसके लिये स्वर्ग और बैकुंठ दोनों के दरवाजे खुल जाते हैं इसलिये जब भी समय मिले अपने गुरुजनों के मार्गदर्शन में धर्म-कर्म दान सत्कर्म पूजा पाठ करो यही आपको भवसागर पार करायेंगे इस अवसर पर महंत सूरज दास महाराज महंत मोहन सिंह महाराज महंत विनोद महाराज महंत प्रेमानंद महाराज महंत मस्त गिरी महाराज महंत आकाश गिरी महंत दुर्गादास महाराज महंत प्रहलाद दास महाराज महंत प्रेमानंद महाराज राधारमन मां जगदंबा (जगदंबा सिद्ध शक्तिपीठ आश्रम ऋषिकेश), कोतवाल धर्मदास महाराज कोतवाल कमल मुनि महाराज कोतवाल देहरादून बाबा रमेशानंद सहित भारी संख्या में संत भक्तगण उपस्थित थे सभी ने आयोजित विशाल भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण किया