आस्था की डोर सतगुरु के श्री चरणों से होकर भगवान श्री हरि के चरणों तक पहुंचने में आपको मदद करती है:महामंडलेश्वर 1008 श्री श्री राम मुनि जी महाराज

कमल शर्मा

कर्म से मनुष्य अपना भाग्य बदल सकता है और ईश्वर भक्ति से जीवन सार्थक कर सकता है आस्था की डोर सतगुरु के श्री चरणों से होकर भगवान श्री हरि के चरणों तक पहुंचने में आपको मदद करती है हरिद्वार 27 मार्च 2025 खड़खड़ी स्थित संत मण्डल आश्रम में भक्तजनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर 1008 श्री श्री राम मुनि जी महाराज ने कहा अगर इन्सान ठान ले कि मुझे अपना मानव जीवन सफल सार्थक करना है तो अच्छी शिक्षा अच्छे संस्कार और ईश्वर और गुरु के प्रति आस्था से मनुष्य अपने कर्म फल का लक्ष्य साध सकता है कर्म मनुष्य को महान बनाता है शिक्षा उसके जीवन को सार्थक करती है और भक्ति उसका लोक एवं परलोक दोनों सुधार देती है इन सब के बीच कर्म और भाग्य प्रधान है अगर मनुष्य चाहे तो अपने कर्म के माध्यम से अपने भाग्य का उदय कर सकता है गरीबी भाग्य में चाहे जितनी मर्जी लिखी हो किंतु अगर कर्म अच्छे हैं और ईश्वर में आस्था है तो जीवन को सार्थक करने का मार्ग आपको स्वयं दिखने लगेगा क्योंकि दरिद्रता और गरीबी ईश्वर दूर नहीं कर सकते आपको ईश्वर मार्ग दिखा सकते हैं आप अच्छी शिक्षा ग्रहण करें अच्छे संस्कार ग्रहण करें अच्छे समझदार लोगों में उठ बैठ बनाये और बुरे लोगों चुगलखोरों दूसरों का बुरा अहित चाहने वालों से कम से कम 72 कदम की दूरी बनाये और अगर कहीं भी भक्ति रस बह रहा हो भजन कीर्तन सत्संग गुरु प्रवचन हो रहा हो उसे कुछ पल ध्यान से सुने ईश्वर में अपनी आस्था रखें और मेहनत करें ज्यादा नहीं तो कम कामयाबी अवश्य मिलेगी अगर किसी कार्य को करने से पूर्व आप उसका भला बुरा सोचने लगेंगे तो आप अपने लक्ष्य से भटक जायेगे मेहनत से बचे नहीं मेहनत में ही आपके जीवन की सार्थकता और बुलंदियों छिपी हुई है अगर आज मेहनत कर अच्छी शिक्षा ग्रहण कर लेंगे अच्छा रोजगार अच्छी नौकरी प्राप्त कर लेंगे तो आप अपना जीवन साध लेंगे अगर इनसे बचने का प्रयास करेंगे तो अपने भविष्य को अंधकार की ओर ले जायेगे गरीबी की ओर ले
जायेंगे जब आपकी आस्था ईश्वर में होगी आप अपने जीवन की बागडोर उनके चरणों में समर्पित कर देंगे तो भगवान किसी न किसी रूप में आपका मार्गदर्शन करने के लियें आपके बीच अवश्य आयेंगे आस्था और भक्ति में बड़ी शक्ति है और आस्था की डोर सतगुरु के श्री चरणों से होकर भगवान श्री हरि के चरणों तक पहुंचने में आपको मदद करती है एक पुरानी कहावत है दान लेकर दान दे सारा जग जीत ले जो धार्मिक संस्थाये आश्रम मठ मंदिर दान के पैसे से चल रहे हैं दान करना उनके लिये भी जरूरी है अगर आप अच्छे कार्यों पर जरूरतमंदों पर दान के पैसे का उपयोग करेंगे तो ईश्वर भी आपकी उन्नति के मार्ग खोल देंगे अगर आप किसी चीज को किसी जगह बंद कर के रख देंगे तो वह बढ़ने की संभावना नहीं होती किंतु दान लेकर दान दे सारा जग जीत ले अपने आगे के भविष्य को अपने अगले जन्म को सार्थक करने के लिए मनुष्य को दिल खोलकर दान करना चाहिये और दान देते समय ना कोई अपना होता है और ना कोई पराया सिर्फ जरूरत बंद व्यक्ति होना चाहिये चाहे वह कोई भी हो किसी भी जाति धर्म का हो भगवान ने सभी मानवों को एक सामान बनाया है और मतलब खोर जमाने ने इसे जाति धर्मो वर्णों में बाटकर समाज में नफरत के बीज बोने का कार्य किया है सभी एक समान है सभी का जीवन सार्थक होना चाहिये सभी के जीवन में खुशियों की फसल लहरानी चाहिये आओ हम सब मिलकर एक भय तथा भ्रष्टाचार मुक्त समाज का निर्माण करें

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