गुरु की सेवा से ही जीवन का कल्याण होता है। सभी को समर्पित भाव से गुरू की सेवा करनी चाहिए:स्वामी हरिहरानंद महाराज

कमल शर्मा (हरिहर समाचार)

हरिद्वार, 9 जुलाई। गुरु पूर्णिमा पर्व के उपलक्ष्य में खड़खड़ी स्थित निर्धन निकेतन आश्रम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के समापन पर संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। आश्रम के परमाध्यक्ष ऋषि के संयोजन में आयोजित संत सम्मेलन के दौरान सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरुषों ने ब्रह्मलीन स्वामी ऋषि केशवानंद महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर धर्म संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए श्रीमहंत विष्णुदास महाराज को पगड़ी पहनाकर सम्मानित भी किया गया।

महंत मोहन सिंह, स्वामी शिवानंद महाराज व स्वामी प्रांश ने फूलमाला पहनाकर सभी संतों का स्वागत किया और कहा कि गुरु के दिखाए मार्ग पर चलने से ही शिष्य के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे स्वामी हहिरानंद महाराज ने ब्रह्मलीन स्वामी केशवानंद महाराज को नमन करते हुए कहा कि सद्गुरु ही शिष्य के जीवन में ज्ञान का प्रकाश कर प्रगति के मार्ग पर अग्रसर करते हैं।

इस अवसर पर स्वामी शिवानंद, महंत रघुवीर दास, महंत मोहन सिंह, महंत तीरथ सिंह, महंत ज्ञानानंद, महंत विष्णुदास, डा. हरिगोपाल, स्वामी सूरज दास, महंत श्यामप्रकाश, संत जगजीत सिंह, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी दिनेश दास, स्वामी ज्योर्तिमयानंद, महंत विनोद महाराज, डा. प्रोफेसर दिनेश शास्त्री, स्वामी राजेंद्रानंद, स्वामी शिवानंद भारती, महंत प्रमोद दास, महंत प्रेमदास सहित सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरुष व श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।

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