कमल शर्मा
हरिद्वार 6 दिसंबर 2024 को श्रवण नाथ नगर स्थित श्री निर्मल साधना धाम आश्रम साधु वेला रोड हरिद्वार में वार्षिक अधिवेशन के अवसर पर एक विशाल संत समागम आयोजित किया गया इस अवसर पर बोलते हुए श्री महंत विष्णु दास महाराज ने कहा मां गंगा की पावन नगरी में संत महापुरुषों के पावन वचन मनुष्य के मन में बसी नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर भगवान की शरण में ले जाने वाली कल्याणकारी ऊर्जा उत्पन्न करते हैं l
संत महापुरुष इस पृथ्वी लोक पर चलते-फिरते तीर्थ है तीर्थ के दर्शन करने के लिए आपको स्वयं चलकर जाना पड़ता है किंतु संत महापुरुषों के रूप में आपको कभी भी कहीं भी एक चलते फिरते तीर्थ के दर्शन हो सकते हैं तथा उनकी सेवा कर तीर्थ की यात्रा से प्राप्त होने वाला फल प्राप्त हो सकता है इस अवसर पर बोलते हुए महंत जगजीत सिंह ने कहा सतगुरु के श्री मुख से निकलने वाले पावन वचन मनुष्य जीवन का कायाकल्प कर उसके जीवन को सन्मार्ग की ओर ले जाते हैं l
जो लोग सतगुरु की संगत करते हैं उनका जीवन मां गंगा के जल के सामान पावन हो जाता है तथा उन्हें सत्य की राह मिल जाती है सतगुरु ही हमारे उद्धार करता है इस अवसर पर बोलते हुए साध्वी माता निर्मला देवी महाराज ने कहा धर्म कर्म और अच्छी संगत हमें हमारे आराध्य ईश्वर का वर्ण कराते हैं भजन कीर्तन यज्ञ अनुष्ठान पूजा पाठ और सतगुरु के पावन वचन मनुष्य के जीवन को सार्थकता प्रदान करते हैं जो भक्त सच्चे मन से सतगुरु की बताई राह पर चलते हैं उनका सदैव कल्याण होता है राम से बड़ा राम का नाम राम नाम की महिमा बड़ी ही अपरम्पार है जो सच्चे मन से राम का नाम लेते हैं भजन पाठ पूजा करते हैं सतगुरु के बताए मार्ग पर चलते हैं l
माता शबरी की तरह सब्र रखते हैं उन्हें एक दिन साक्षात् नारायण की शरण प्राप्त होती है तो इसलिए ईश्वर में विश्वास रखो सतगुरु के बताएं मार्ग पर चलो सतगुरु के द्वारा दिखाया गया मार्ग ही हमें ईश्वर से मिलता है हमें आत्मज्ञान का बोध कराता है इस अवसर पर बोलते हुए माता साध्वी दर्शन ज्योति महाराज ने कहा यह कलयुग है इसलिए जो भी कर्म कर रहे हैं देखभाल कर करें बुरे कर्म का फल कलयुग के इसी युग भाग में भोगना होगा इसलिए संस्कारवान रहे गुरुजनों का सानिध्य करें अच्छी संगत में रहे गरीब दरिद्र नारायण की सेवा करें पूजा पाठ यज्ञ अनुष्ठान आदि करते रहे और कराते रहे अगर आप किसी भूखे निर्बल व्यक्ति को भोजन करा देते हैं तो आपको कई वर्षों की तपस्या का फल प्राप्त हो सकता है कलयुग में अन्य युगों से अधिक धर्म कर्म होगा और ईश्वर को प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या नहीं करनी पड़ेगी सूक्ष्म पूजा पाठ और सच्ची श्रद्धा ही आपको ईश्वर से मिल वायेगी l सतगुरु से बड़ा इस कलयुग में कोई और मार्गदर्शन हमें प्राप्त नहीं होगा सतगुरु ही हमारे सच्चे मार्गदर्शक हैं उनकी दिखाई राह पर चलने से हमारा लोक और परलोक दोनों सुधर जायेगे इस अवसर पर बोलते हुए महामंडलेश्वर दुर्गादास महाराज ने कहा जिसके मन में सच्ची लगन सच्ची आस्था होगी उसे ईश्वर को ढूंढने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी उसे कदम-कदम पर उसके आराध्या के दर्शन होंगे मगर आवश्यकता है तो सच्ची श्रद्धा की सच्ची आस्था की सच्चे आत्मविश्वास की l
इस अवसर पर महंत विष्णु दास महाराज महंत महामंडलेश्वर दुर्गादास महाराज महंत बिहारी शरण महाराज महंत जगजीत सिंह महाराज म रवि देव महाराज माता वंदना माता साध्वी महंत निर्मला देवी महाराज माता दर्शन ज्योति महाराज निशा ज्योति उमेश राज ज्योति जोशी सरस्वती मनीषा ज्योति उमेश सीताराम नीलू अलका निरमा रवि उमेश मनोज आदर्शना ज्योति रचना मिश्रा कोतवाल निर्वाण कमल मुनि महाराज श्याम गिरी महाराज देहरादून बाबा रमेशानंद सहित भारी संख्या में संत महापुरुष तथा भक्तगण उपस्थित थे