गुरु ही भक्तों को ज्ञान देकर धर्म के मार्ग से कल्याण की ओर ले जाते हैं भवसागर की नैया के गुरु ही मुख्य नाविक होते हैं

हरिद्वार 12 मई 2024 को भारत माता पुरम श्री हनुमत धाम आश्रम मे विशाल संत सम्मेलन आयोजित किया गया इस अवसर पर बोलते हुए श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी श्री नवल किशोर जी महाराज ने कहा गुरु ही भक्तों को ज्ञान देकर धर्म के मार्ग से कल्याण की ओर ले जाते हैं भवसागर की नैया के गुरु ही मुख्य नाविक होते हैं उनके दिए गये ज्ञान के बिना ईश्वर तक पहुंच पाना संभव नहीं गुरु मिलाते हैं ईश्वर से गुरु ही देते ज्ञान भवसागर की नैया के गुरु ही तारणहार गुरु अपने भक्तों को धर्म कर्म यज्ञ अनुष्ठान के माध्यम से तथा अन्य सत्कर्मों के माध्यम से उन्हें कल्याण की ओर ले जाते हैं इस संसार मे गुरु साक्षात ईश्वर के प्रतिनिधि है क्योंकि उनके द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक कार्य में सभी भक्तों का हित निहित होता है वह जो भी कार्य करते हैं अपने भक्तों के कल्याण के लिए करते हैं इस धरा पर जब-जब ईश्वर अवतरित हुए हैं तो उन्हें भी गुरु के मार्गदर्शन की आवश्यकता पड़ी है इस अवसर पर बोलते हुए आश्रम के श्री महंत राम लखन दास महाराज ने कहा भजन सत्संग और मनुष्य द्वारा किये गये परोपकारीक कार्य ही मनुष्य को भवसागर पार कर आते हैं गुरु के एक-एक वचन में गहरा राज होता है इसलिए अपने गुरु द्वारा कहे गए एक-एक वचन का पालन करें क्योंकि गुरु ही ईश्वर तक पहुंचाने की सीढ़ी है गुरु के बिना भवसागर पार जाना बहुत कठिन है राम नाम की नैया में सवार होकर गुरु के मार्गदर्शन में धर्म-कर्म के माध्यम से कल्याण की ओर बढ़ो इस अवसर पर हरिद्वार के अनेकों मठ मंदिर आश्रमो से आये महंत श्री महंत महामंडलेश्वर संत महापुरुष भारी संख्या में उपस्थित महामंडलेश्वर दुर्गादास महाराज महंत सूरज दास महाराज महंत नारायण दास पटवारी महंत राजकुमार दास महाराज स्वामी कृष्ण देव महाराज कोतवाल धर्मदास महाराज भक्ति श्रीमती वरजरानी श्री टीसी शर्मा श्रीमती सुमन श्री सत्य प्रकाश गोयल श्रीमती निधि गोयल श्री अमन गोयल पुजारी सुखराम दास सहित भारी संख्या में संत महंत भक्तगण कार्यक्रम में उपस्थित थे सभी ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया

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