हरिद्वार कांगड़ी स्थित श्री प्रेम गिरी बनखंडी धाम में भक्तजनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर 1008 परम पूज्य परम विभूषित श्री संजय गिरी जी महाराज ने कहा भक्ति और आस्था सीधे ईश्वर तक पहुंचती है अगर आवश्यकता है तो विचारों में शुद्धता की संस्कारों में शुद्धता की और भक्ति में सच्चे भाव की ईश्वर कोई रुपया पैसा चढ़ावा या क्या प्रसाद लाये हैं यह नहीं देखते वह अपने भक्त के मन में बसी भक्ति को देखते हैं उसकी सच्ची आस्था को देखते हैं अब यह आपकी भक्ति पर निर्भर है कि उसमें कितना सच्चा भाव है उसी के अनुसार आपको किसी न किसी स्वरूप में परमात्मा के दर्शन होंगे