हरिद्वार भूपतवाला स्थित ब्रह्म निवास आश्रम उत्तरी क्षेत्र मे आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के दौरान भक्तजनों को संबोधित करते हुए परम पूज्य गुरुदेव महामंडलेश्वर 1008 स्वामी परमात्मदेव जी महाराज ने कहा इस संसार में भगवान का भजन और धर्म कर्म ही मनुष्य के कल्याण का माध्यम है गुरुजनों द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने से मनुष्य को यश कीर्ति वैभव तो प्राप्त होता ही है साथ ही साथ उसका लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं संत महापुरुषों की सेवा करने का सौभाग्य बड़े ही भाग्यशाली लोगों को प्राप्त होता आश्रम में चल रहे धर्म कर्म के कार्य श्री कबीर वाणी सहित अन्य अनुष्ठान भक्तजनों के कल्याण के लिए है क्योंकि सतगुरु का कार्य सिर्फ भक्तों का मार्गदर्शन करना ही नहीं उन्हें धर्म कर्म के माध्यम से सत्य की राह पर ले जाना भी है

इस अवसर पर बोलते हुए परम पूज्य स्वामी कृष्ण देव जी महाराज ने कहा वे लोग बड़े ही भाग्यशाली होते हैं जिन्हें गुरुजनों का सानिध्य और सेवा करने का अवसर प्राप्त होता है भक्ति बिना नाहि लाख कटे जो कोप शब्द स्नेही होय रहे घर को पहुंचे सोए भक्ति के बिना कोई भी जीव आत्मा मुक्ति नहीं पा सकती चाहे वह लाख यत्न कर ले जो गुरु के निर्णय वचनों का प्रेमी होता है वही सत्संग द्वारा अपने वास्तविक स्थान धाम को प्राप्त करता है अतः भक्ति ही वह मार्ग है जो मनुष्य को इस लोक में तो काम आता ही है परलोक में भी उसका उद्धार करती है भक्ति गुरुजनों के श्री चरणों के माध्यम से ही प्राप्त हो सकती है गुरु के मार्गदर्शन के बिना किसी भी प्रकार की भक्ति या ईश्वरीय ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकता गुरु के चरणों की रज को अपने माथे पर धारण करने वाले बड़े ही भाग्यशाली होते हैं गुरु के कहे एक-एक शब्द का बहुत गहरा मोल होता है और गुरु के कह गए शब्द उपदेश बड़े ही अनमोल होते हैं वे ही भक्तजनों को सत्य की राह दिखा कर भवसागर की ओर ले जाते हैं

इस अवसर पर डॉ हरिहरानंद शास्त्री महाराज महामंडलेश्वर दुर्गादास महाराज महंत दलजीत सिंह महाराज महंत दिनेश दास महाराज महंत विष्णु दास महाराज महंत सुतीक्ष्ण मुनि महाराज महंत सत्यव्रतानंद महाराज महंत कृष्ण मुरारी महाराज रामदास महाराज श्याम गिरी महाराज कालीचरण महाराज सहित भारी संख्या में संत महंत भक्तगण उपस्थित थे सभी ने आयोजित भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण किया