नवनाथ शाबर मंत्र, स्वयं-सिद्ध माने जाते हैं, इन्हें सिद्ध करने के लिए विशेष अनुष्ठानों या कठोर साधना की आवश्यकता नहीं होती: महाराज संजीवन नाथ

कमल शर्मा (हरिहर समाचार)

गुरु श्री गोरखनाथ अलख अखाड़ा (रजि0) के अध्यक्ष महाराज संजीवन नाथ ने भक्तों के बीच चर्चा करते हुए बताया कि नबनाथ शाबर मंत्र, नाथ सम्प्रदाय में प्रयुक्त होने वाले शक्तिशाली मंत्र हैं। ये मंत्र नौ नाथों (मछिंदरनाथ, गोरखनाथ, जालंधरनाथ, नागनाथ, चर्पटनाथ, भर्तृहरिनाथ, रेवणनाथ, गहिनीनाथ और कानिफनाथ) को समर्पित हैं और इनका जाप विभिन्न प्रकार की बाधाओं, समस्याओं और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति पाने के लिए किया जाता है।
नवनाथ शाबर मंत्र का महत्व:
बाधाओं और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति:
नवनाथ शाबर मंत्रों का जाप भूत-प्रेत, जादू-टोना, और अन्य नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करता है।
सुख-सौभाग्य में वृद्धि:
इन मंत्रों का जाप सुख, समृद्धि, और सौभाग्य को आकर्षित करने में मदद करता है।
स्वास्थ्य और मानसिक शांति:
नवनाथ शाबर मंत्रों का नियमित जाप शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है, और मन को शांति प्रदान करता है।
रोगों का निवारण:
कुछ मंत्रों का जाप विशेष रूप से रोगों के उपचार और निवारण के लिए किया जाता है।
आध्यात्मिक उन्नति:
नवनाथ शाबर मंत्रों का जाप साधक को आध्यात्मिक उन्नति की ओर ले जाता है।
कार्य सिद्धि:
इन मंत्रों का जाप विभिन्न प्रकार के कार्यों को सिद्ध करने में मदद करता है।
स्वयं-सिद्ध मंत्र:
शाबर मंत्र, विशेष रूप से नवनाथ शाबर मंत्र, स्वयं-सिद्ध माने जाते हैं, जिसका अर्थ है कि इन्हें सिद्ध करने के लिए विशेष अनुष्ठानों या कठोर साधना की आवश्यकता नहीं होती।
कुछ प्रमुख नवनाथ शाबर मंत्र:
ॐ नमो नव-नाथ- गण, चौरासी गोमेश। आदि-नाथ आदि-पुरुष, शिव गोरख आदेश। ॐ श्री नव-नाथाय नमः।।
ॐ चैतन्य सद्गुरु बडेबाबा मायास्वरूपी मच्छिंद्रनाथाय नमः
ॐ नमो आदेश गुरुजी को आदेश
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि शाबर मंत्रों का जाप करते समय, पवित्रता, स्वच्छता और गुरु के प्रति श्रद्धा का पालन करना चाहिए।

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