कमल शर्मा
राजभवन देहरादून/हरिद्वार 15 अप्रैल, 2025
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने आज हरिद्वार स्थित प्रेमनगर आश्रम में मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा आयोजित "सद्भावना सम्मेलन एवं राष्ट्रीय एकता शिविर" में प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज और पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अमृता रावत भी मौजूद रहीं।
राज्यपाल ने सम्मेलन में भाग लेने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हरिद्वार की यह पावन भूमि हमेशा से मानवता, ज्ञान और सेवा का केंद्र रही है। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन हमारे भीतर की सकारात्मक ऊर्जा को जागृत करने और देश की एकता को सुदृढ़ करने का अवसर है।
राज्यपाल ने कहा कि मानव उत्थान का अर्थ है हर व्यक्ति को सशक्त बनाना, और जब यह सशक्तीकरण सामूहिक हो, तभी सच्चा उत्थान संभव होता है। उन्होंने कहा कि भारत की विविधता में एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है, और यही हमारी संस्कृति की आत्मा है।
राज्यपाल ने कहा कि भारत एक ऐसी भूमि है जिसने हमेशा मानवता को सर्वोच्च स्थान दिया है। हमारे यहाँ विकास का अर्थ केवल आर्थिक प्रगति नहीं, बल्कि मानव उत्थान है। मानव उत्थान अर्थात व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक रूप से संपूर्ण विकास। यही मंत्र है जो मानव उत्थान की नींव रखता है।
राज्यपाल ने हाल ही में मनाए गए बैसाखी पर्व और डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती का उल्लेख करते हुए कहा कि ये दोनों अवसर हमें एकता, समानता और नई शुरुआत की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब ने न्याय, समानता और भाईचारे के लिए जीवन समर्पित किया और गुरुओं ने एकता और एकम का जो संदेश दिया है, यही भावना इस सम्मेलन की आत्मा है।
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