हरिद्वार 29 अगस्त 2024 को कांगड़ी स्थित श्री महाकाली देवी दास आश्रम में श्रीमद् भागवत पुराण कथा का आयोजन किया गया इस अवसर पर आश्रम की संस्थापिका रजनी दास महाराज का दीक्षा कार्यक्रम तथा महन्तई चादर विधि संपन्न की गई इस अवसर पर बोलते हुए दादा गुरु श्री महंत गुलाब गिरी जी महाराज ने कहा गुरु शिष्य परंपरा सनातन परंपरा का प्राचीन एक भाग है एक गुरु अपने शिष्यों को गुरु दीक्षा देकर उन्हें सन्यास धर्म से जोड़ते हुए उनके भाग्य उदय की ओर अग्रसर करता है
संत होना और गुरु का सानिध्य प्राप्त होना बड़े ही भाग्य की बात होती है गुरु मिलाते हैं ईश्वर से गुरु ही देते ज्ञान भव सागर की नैया के गुरु ही तारणहार इस अवसर पर बोलते हुए महामंडलेश्वर साध्वी मैत्री गिरी महाराज ने कहा गुरु अपने शिष्यों और भक्तों को उनका सही दिशा की और मार्गदर्शन करते हुए उन्हें कल्याण की ओर ले जाते हैं गुरु ज्ञान की गंगा होते हैं उनकी ज्ञान रूपी गंगा में स्नान करने के बाद भक्तों और शिष्यों का जीवन धन्य हो जाता है
इस अवसर पर बोलते हुए महंत कमलेशानन्द महाराज ने कहा इस पृथ्वी लोक पर गुरु ही ईश्वर के प्रतिनिधि हैं वे ही भक्तों और शिष्यों को धर्म कर्म के माध्यम से सत्य की राह दिखाते हैं वह भक्त और शिष्य बड़े ही भाग्यशाली होते हैं जिन्हें गुरु के पावन श्री चरणों की रज माथे से लगाने का अवसर प्राप्त होता है गुरु के बिना ईश्वर तक पहुंच पाना संभव नहीं गुरु ही ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग है इस अवसर पर बोलते हुए महंत साध्वी रजनी गिरी महाराज ने सभी गुरु मूर्तियों को नमन किया तथा कहा गुरु के श्री चरणों ने मेरे भाग्य का उदय कर दिया है मानो कि मेरे जन्मो जन्म के सौभाग्य का उदय हो गया है जो मेरे पावन गुरु चरणो के दर्शन और उनसे ज्ञान प्राप्त करने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ गुरुजनों के श्री चरण तीर्थ के दर्शन के समान हैं उनके श्री चरण आज श्री महाकाली देवी दास मंदिर आश्रम में पडने से आश्रम की पावनता और बढ़ गई है
इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी हेमानन्द सरस्वती महाराज महामंडलेश्वर मैत्री गिरी महाराज महामंडलेश्वर चिद्धविलासानन्द महाराज महामंडलेश्वर दुर्गादास महाराज महंत कमलेशानन्द महाराज महंत सत्यबोधानन्द महाराज श्री महंत गुलाब गिरि महाराज महंत साक्षी गिरी महाराज महंत अन्नपूर्णा गिरी महाराज महंत गुरमल सिंह महाराज महंत तीरथ सिंह महाराज महंत मोहन सिंह महाराज महंत रवि देव महाराज महंत दिनेश दास महाराज महंत साक्षी गिरी महाराज कोतवाल धर्मदास महाराज रमेशानंद महाराज श्याम गिरी महाराज कोतवाल रामेश्वर गिरी महाराज कोतवाल कालीचरण महाराज कमल अग्रवाल ठाकुर मनोजानन्द ऋतिक सहित भारी संख्या में संत महापुरुष तथा भक्तगण उपस्थित थे