रामकथा के श्रवण से मन के राग, द्वेष, ईर्ष्या और भेदभाव स्वतः समाप्त हो जाते हैं: जगदीश लाल पाहवा

कमल शर्मा (हरिहर समाचार)

हरिद्वार। शिव नगरी, कनखल में गंगा तट पर एक साथ चल रही श्रीराम कथा एवं श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिवस पर श्रद्धा, भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिला। बताते चलें कि पायलट बाबा आश्रम रोड पर स्थित वात्सल्य गंगा आश्रय में चल रही श्रीमद्भागवत कथा एवं श्रीराम कथा का शनिवार को समापन हो गया। पहली बार श्रद्धालुओं ने एक ही व्यास पीठ से श्रीमद् भागवत एवं श्री राम कथा का अमृतपान किया। कथा के समापन दिवस पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में महामंडलेश्वर साध्वी सत्यप्रिया गिरी ने व्यासपीठ से भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन, मर्यादा और पुरुषार्थ व मर्यादा पुरूषोतम स्वरूप का वर्णन व सीता माता के समर्पण, त्याग एवं आदर्श नारी के लिए उत्कृष्ट उदाहरण से संबधित प्रसंगों को मार्मिक शैली में प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर बोलते हुए वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा ने कहा कि रामकथा के श्रवण से मन के राग, द्वेष, ईर्ष्या और भेदभाव स्वतः समाप्त हो जाते हैं, राम कथा जीवन की सभी समस्याओं का समाधान है। इसके पूर्व कथा व्यास आचार्य पंडित राम-लखन मिश्रा ने श्रोताओं को श्रीमद्भागवत कथा का अमृतपान कराया। कथा के समापन अवसर पर भव्य भंडारे का आयोजन भी किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने भोग के रूप में प्रसाद ग्रहण किया। इसके उपरांत सभी माताओं एवं बहनों को कलश भेंट किया गया।
इस अवसर पर मुख्य यजमान वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा एवं मुख्य यजमान उद्योगपति अनिल गोयल, भाजपा नेता प्रमोद शर्मा, ग्रीन मेन विजय पाल गोयल, ओम प्रकाश सिंह, एस.एस. राणा, विनोद मित्तल, पार्षद लकी वालिया, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रंजना चतुर्वेदी, वरिष्ठ समाजसेवी एवं भाजपा नेत्री रंजीता झा, मीरा रतूड़ी, रश्मि झा, अनु मिश्रा, शांति झा, सुलोचना देवी, ऊषा झा, शीत झा, बसंत झा, पं. अभिमन्यु, प्रशांत शर्मा, हीरा बिष्ट सहित अन्य लोग मौजूद रहे ।

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