कमल शर्मा (हरिहर समाचार)
हरिद्वार 21 जून 2025 दिवस के अवसर पर हरिद्वार के प्रसिद्ध श्री हरमिलाप भवन श्रवण नाथ नगर हरिद्वार के तत्वाधान में भाटिया भवन में योग साधना शिविर का आयोजन परम पूज्य 1008 श्री परम तपस्वी शांत चित ज्ञान मूर्ति श्री मदन मोहन हर मिलापी जी महाराज के पावन सानिध्य में भक्तजनों को रोग मुक्त निरोगी काया प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया इस अवसर पर परम तपस्विनी श्री मति संगीता हरमिलापी जी द्वारा समस्त योग सिखाने की इच्छा शक्ति लियें शिविर में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को योगासन धनु रासन भुजंगासन अनूलोम विलोम भस्त्रिका आदि आसन का योग अभ्यास कराया गया इस अवसर पर बोलते हुए परम तपस्विनी योगाचार्य श्रीमती संगीता हरमिलापी जी ने कहा इस संसार में ईश्वर को प्राप्त करने के कई माध्यम है उनमें योग साधना सबसे प्रबल विधान है ल

कहते हैं हरि हर जगह मौजूद है पर नजर आते नहीं योग साधना के बिना कोई उन्हें पाता नहीं इस योग साधना से हम अपने इस मानव तन को निरोगी बना सकते हैं इस योग के माध्यम से बड़े से बड़े रोग को अपने तन से भगा सकते हैं इस योग की क्रिया के माध्यम से बीपी ब्रेड प्रेशर शुगर थायराइड मसल्स पेन मानसिक विकार और कैंसर जैसे रोगों को भी परबल इच्छा शक्ति के माध्यम से दूर किया जा सकता है और साथ ही योग साधना से ईश्वर को भी प्राप्त किया जा सकता है

इस संसार के सबसे बड़े योगी नाथों के नाथ देवों के देव भगवान भोलेनाथ हैं उन्हीं से इस सृष्टि की उत्पत्ति हुई है और एक दिन उन्ही में समाहित हो जाना अगर आप कोई भी योगासन करते हैं तो पहले उसे विशेषज्ञों के संरक्षण में सीखें तभी इसका अभ्यास करें यही उत्तम है और यही सर्वोत्तम इस अवसर पर सर्वश्री पांखी जी ऋषभ जी रिंपी नीरज शशि राषू यशपाल ज्योति गुरदीप वह अन्य भारी संख्या में योग साधक साधना में शामिल हुएl

दूसरा मुख्य आकर्षण रहा भजन कीर्तन और संतों का संगत में आगमन
पूर्वाह्न 10:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक भक्तों द्वारा भजन कीर्तन एवं संतो के प्रवचन का आयोजन हुआ, जिसमें देशभर से पधारे संतों ने परम श्रद्धेय 1008 श्री हरमिलापी जी महाराज की शिक्षाओं पर प्रकाश डाला।

अपराह्न 4:00 बजे सात्विक सृजन का भी आयोजन किया गया जिसको परम पूज्य 1008 श्री परम तपस्वी शांत चित ज्ञान मूर्ति श्री मदन मोहन हर मिलापी जी महाराज एवं गुरु मां श्रीमती संगीता हरमिलापी जी ने दीप्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जिसमें 16 परिवारों ने अलग अलग सामान जैसे पापड़ बड़ियां नींबू की चटनी पीनट बटर अचार माता की ज्योत साबुन लिप बाम लड्डू गोपाल का श्रृंगार एवं वस्त्र नाश्ते का सामान और भी बहुत जो महिलाओं ने घर में उत्पाद किए थे बिना मुनाफे के केवल लागत में उनका विक्रय किया इसमें कोई मुनाफा नहीं लिया गया।

शाम 6:30 बजे से विशेष रथ यात्रा एवं प्रभात फेरी का आयोजन किया गया, जो श्री हरमिलाप भवन से निकलकर हर की पौड़ी तक पहुँची। रथ यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हजारों में रही। तत्पश्चात हर की पौड़ी पर 108वीं श्री मुनि हरमिलाप जी महाराज की स्मृति में भव्य आरती का आयोजन हुआ।
इसी प्रकार यह कार्यक्रम 22 एवं 23 जून तक चलेगा।