हरिद्वार बैरागी कैंप स्थित श्री अक्रिय धाम में परम पूज्य स्वामी अलकनंदा अक्रिय जी महाराज ने भक्तजनों के बीच उद्गार व्यक्त करते हुए कहा इस कलयुग में भजन ही मनुष्य के कल्याण का माध्यम है संत महापुरुष गुरुजनों द्वारा भक्तों के कल्याण हेतु अनेकों धार्मिक अनुष्ठान यज्ञ भंडारे आदि किए जाते हैं गुरु जन इस पृथ्वी लोक पर ईश्वर के प्रतिनिधि है गुरु मिलते हैं ईश्वर से गुरु ही देते ज्ञान भव सागर की नैया के गुरु ही तारणहार इसलिए हे भक्तजनों गुरु जनों के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलो गुरु ही एक दिन उंगली पड़कर आपको आपके आराध्य देव भगवान से मिलायेंगे गुरुजनों द्वारा किए गए प्रति एक कार्य में भक्तजनों का हित निहित होता है