गुरु की संगत मनुष्य के जीवन का उद्धार कर देती उनके मन मस्तिष्क का अंधकार दूर कर उसमें ज्ञान का उदय कर देती है:स्वामी परमानन्द महाराज

हरिद्वार 9 नवंबर 2024 को खड़खड़ी स्थित श्री विशुद्धानन्द आश्रम मे परम पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन स्वामी सच्चिदानन्द जी महाराज की तृतीय पावन पुण्यतिथि बड़े ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ संत महापुरुषों की गरिमा मय उपस्थित के बीच मनाई गई इस अवसर पर आश्रम में एक विशाल संत समागम का आयोजन हुआ कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी अमृतानन्द महाराज नेकी संचालन श्री रवि देव वेदांताचार्य महाराज ने किया इस अवसर पर बोलते हुए आश्रम के श्री महंत परम पूज्य स्वामी परमानन्द महाराज ने कहा गुरु की संगत मनुष्य के जीवन का उद्धार कर देती उनके मन मस्तिष्क का अंधकार दूर कर उसमें ज्ञान का उदय कर देती है इस संसार में गुरु पावन और निर्मल मां गंगा के सामान संपूर्ण देश को सीचने के साथ-साथ हमें पाप मुक्त करते हुए तन मन और शरीर सहित पावन कर देती है गुरुजन इस पृथ्वी लोक पर चलते फिरते तीर्थ के सामान है तीर्थ के दर्शन करने के लिये आपको स्वयं चलकर जाना पड़ता है किंतु गुरुदेव के आपको कभी भी कहीं भी चलते फिरते दर्शन हो सकते हैं गुरु मिलाते हैं ईश्वर से गुरु ही देते ज्ञान भवसागर की नैया की गुरु ही तारणहार गरीब दास जी महाराज की पावन वाणी जिस प्रकार मनुष्य के जीवन का उद्धार कर देती है इसी प्रकार गुरुजनों के श्री मुख से निकला एक-एक वचन मनुष्य के जीवन को सही दिशा प्रदान करते हुए उनके मानव जीवन को सार्थक कर देते हैं गुरु की महिमा इस संसार में बड़ी ही अपरंपार है गुरु बिना ज्ञान नहीं गुरु बिना कल्याण नहीं और गुरु बिना संस्कार नहीं और गुरु बिना गति नहीं इसलिए हे भक्तजनों अगर अपना कल्याण चाहते हो तो गुरु की शरण में जाओ गुरु के बताये मार्ग पर चलो आप भवसागर पार हो जायेंगे l

स्वामी अमृतानन्द जी महाराज ने कहा गुरु मनुष्य के अंदर संस्कार और ज्ञान का सृजन करते हैं जिसके माध्यम से भक्तों का मनुष्य जीवन सार्थक हो जाता है इस अवसर पर बोलते हुए श्री सुदर्शन आश्रम अखाड़े के परमा ध्यक्ष महंत रघुवीर दास जी महाराज ने कहा गुरु की संगत भक्तों के भाग्य का उदय करती है उनमें अच्छे संस्कार उत्पन्न कर भक्तों के मनुष्य जीवन को सार्थक कर देती है गुरु के बिना ईश्वर तक पहुंच पाना संभव नहीं भगवान के श्री चरणों तक जाने वाला मार्ग गुरुजनों के श्री चरणों से होकर जाता है इस अवसर पर महामंडलेश्वर विवेकानन्द महाराज महंत रवि देव वेदांताचार्य महाराज महंत दिनेश दास महाराज महंत प्रेमदास महाराज महंत परमानंद महाराज महंत स्वामी कृष्णदेव जी महाराज महंत देवानंद सरस्वती महाराज महंत सूरज दास महाराज स्वामी शिवदास महाराज स्वामी प्रेमानंद महाराज स्वामी रामचरण दास महाराज महंत स्वामी अनंतानन्द महाराज महंत मुरारी दास महाराज स्वामी कृष्ण स्वरूप महाराज महंत विष्णु दास महाराज महंत राम मुनि महाराज महंत सूरज दास महाराज महंत प्रहलाद दास महाराज महंत दुर्गादास महाराज महंत रितेश दास महाराज महंत गंगा दास पटवारी महाराज कोतवाल कमल मुनि महाराज कोतवाल श्याम गिरी महाराज आदि उपस्थित संत महापुरुषों ने ने भक्त जनों के समक्ष अपने श्री मुख से कल्याणकारी वचन कहते हुए भक्तों को सत्य की राह दिखाई तथा ब्रह्मलीन स्वामी सच्चिदानन्द जी महाराज को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये सभी संत व भक्तजनों ने आयोजित विशाल भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण किया

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