हरिद्वार 10 सितंबर 2024 को भूपतवाला स्थित नानकपुरा गुरुद्वारा आश्रम में गुरु संत गोपाल सिंह जी महाराज की पावन पुण्यतिथि बड़े ही धूमधाम हर्षो उल्लास के साथ मनाई गई इस अवसर पर संत बाबा जयमल सिंह जी भूरी वाले संत गुरदयाल सिंह जी महाराज भूरी वाले को भी याद किया गया इस अवसर पर बोलते हुए नानकपुरा के वर्तमान म संस्थापक संत निर्मल सिंह जी भूरी वालों ने कहा गुरु हमारे सच्चे पथ दर्शन होते हैं गुरु हमारा मार्गदर्शन कर हमें सच्चाई की राह दिखाते हैं जात-पात का भेदभाव भूलकर एकता के सूत्र में बंध कर मिलजुल कर रहने की सीख देते हैं और धर्म-कर्म अच्छे संस्कार के साथ-साथ हमें और इस दुनिया को चलाने वाले सच्चे बादशाह से मिलने की युक्ति बताते हैं
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वाहेगुरु ही इस जगत में सभी का बेड़ा पार लगाते हैं क्या गरीब क्या अमीर क्या छोटा और क्या बड़ा यह भेद जन्म के बाद शुरू होते हैं और मनुष्य का जब अंत समय आ जाता है तो वह दूसरों के कंधों पर लध कर श्मशान घाट पहुंचता है तो उसे श्मशान घाट में पहुंचते ही छोटे-बड़े का भेद जो उसे ले गए हैं और जो गया है दोनों को समझ में आ जाता है की सभी की स्थिति वहां एक है ना वहां कोई छोटा है और ना वहां कोई बड़ा है मनुष्य आता मुट्ठी बंद करके है लेकिन जाता हाथ फंसारे हैं और सतगुरु देव हमें यही समझाते हैं की वह परमात्मा सभी को देख रहा है सभी का पालन करता है उसकी नजर में सभी एक सामान है यह भेद अपने मन से मिटा दो और हर किसी में परमात्मा का स्वरूप देखकर सभी की सेवा करो सभी का आदर करो तो खुद ही वाहेगुरु के चरणों में पहुंच जाएंगे उस परमात्मा को आप कदम कदम पर महसूस करेंगे संत महापुरुषों का जीवन समाज को समर्पित होता है उनके सभी कार्यों में जगत कल्याण की भावना निहित होती है वाहेगुरु सतगुरु देव महाराज आप सभी का कल्याण करें इस अवसर पर आयोजित संत समागम में हरिद्वार के अनेकों मठ मंदिर आश्रमों के संत महापुरुष उपस्थित थे