हरिद्वार 9 सितंबर 2024 को श्री गोपीनाथ लाल जी मंदिर में शांति वैष्णव यज्ञ 1 सितंबर से आरंभ होकर 9 सितंबर 2024 को संत महापुरुषों की गरिमामय उपस्थित के बीच संपन्न हुआ गोस्वामी सती केवल राम खेवड़िया वाले तथा गोस्वामी संत लाल जी महाराज गोस्वामी श्री प्रीतम लाल जी महाराज इस पृथ्वी लोक पर साक्षात ज्ञान की गंगा थे उनके ज्ञान रूपी सरोवर में स्नान करने के बाद भक्त अपने जीवन को धन्य किया करते थे उनकी इस परंपरा को निरंतर आगे बढ़ाते हुए गोलोक वासी गोस्वामी लखन दास जी महाराज श्री गोस्वामी रामलाल जी महाराज गोस्वामी मनोहर लाल जी महाराज गोस्वामी निरंजन लाल जी महाराज गोस्वामी श्री प्रीतम लाल जी महाराज सदैव गुरुजनों के बताये मार्ग पर चलते रहे और गुरु जनों द्वारा स्थापित परंपरा को निरंतर सनातन पताका फहराते हुए आगे बढ़ाते रहे भक्तों को सत्संग और धर्म कर्म के मार्ग से कल्याण का मार्ग दिखाते रहे
इसी राह पर निरंतर आगे बढ़ रहे हैं गोस्वामी गोपाल लाल गोस्वामी सुधाकर लाल गोस्वामी कुंज बिहारी लाल गोस्वामी तपन लाल गोस्वामी श्याम लाल गोस्वामी जय लाल गोस्वामी मोहनलाल सत्संग धर्म कर्म तथा भजन के माध्यम से भक्तों को सत्य की राह दिखा रहे हैं इस अवसर पर बोलते हुए श्री महंत रघुवीर दास जी महाराज ने कहा संत श्री लाल जी महाराज की महिमा धर्म और आध्यात्मिक के क्षेत्र में सूर्य के सामान प्रकाशमान है उनके ज्ञान की पताका आज संपूर्ण विश्व में सनातन के रूप में प्रवाहित हो रही है
ऐसे तपस्वी तेजस्वी ज्ञान मूर्ति संतों का सानिध्य बड़े ही भाग्य से प्राप्त होता है इस अवसर पर बोलते हुए महंत सूरज दास जी महाराज ने कहा सत्य की राह पर चलना कठिन है परंतु गुरुजन धर्म कर्म की राह दिखाकर इस पथ को आसान कर देते हैं और पलक झपकते ही गुरुजन भक्तों की उंगली उन्हें भवसागर पार कराते हुए गोलोक भेज देते हैं वैकुंठ भेज देते हैं इस पृथ्वी लोक पर गुरु साक्षात ईश्वर के प्रतिनिधि हैं गुरु के मार्गदर्शन के बिना ईश्वर तक पहुंच पाना संभव नहीं इस अवसर पर महंत शुभम गिरी महाराज स्वामी प्रेमानंद महाराज महंत दिनेश दास महाराज महंत रवि देव महाराज महंत सुतीक्ष्ण मुनि महाराज महंत सूरज दास महाराज सहित अनेको ज्ञान मूर्ति संतों ने भक्तों के बीच अपने आशीर्वचन कहे समाचार वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजानन्द की कलम से इस अवसर पर सभी भक्तजनों ने संत महापुरुषों के श्री मुख से बही ज्ञान की गंगा में गोते लगाकर अपने जीवन को धन्य किया