अल्मोड़ा जेल में निरुद्ध प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को जेल में कतिपय व्यक्तियों द्वारा महंत पद की दीक्षा दिए जाने के प्रकरण में विशेष सचिव रिद्धिम अग्रवाल ने अपर महानिरीक्षक, कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवा विभाग यशवंत चौहान को जांच अधिकारी नामित किया है। प्रकरण में जेल के अंदर दीक्षा दिए जाने के संबंध में आवश्यक जांच कर एक सप्ताह में जांच आख्या शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
विज्ञापन
विदित हो कि दो दिन पूर्व यह विवाद तब उठा जब अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को महामंडलेश्वर बनाने का मामला सामने आया था। गत 5 सितंबर को अल्मोड़ा जेल में प्रकाश पांडे उर्फ पी पी अंडरवर्ल्ड डॉन को दीक्षा दी गई।
हरिद्वार के जूना अखाड़े से संबंध रखने वाले साधुओं ने पीपी पांडे को दीक्षा दिलाई और कई मठांे का मठाधीश बनाकर महामंडलेश्वर की उपाधि दे दी। वहीं इस पूरे मामले में जांच की मांग उठने लगी तब संबंधित अखाड़े के संरक्षक में 7 लोगों की टीम बनाकर पीपी पांडे को महामंडलेश्वर बनाने को लेकर जांच बैठा दी, लेकिन यह पूरा मामला देश भर में तूल पकड़ गया। मुख्यमंत्री से भी इस मामले में जांच की मांग की गई। ज्ञात रहे कि कुख्यात अपराधी रहा प्रकाश पांडे, जिसका 90 के दशक में लूट, हत्या फिरौती के साथ-साथ कांट्रेक्ट किलिंग और अंडरवर्ल्ड के साथ कनेक्शन के आरोप लगे थे। अब शासन जेल में की गई इस गतिविधि की जांच करवा रहा है।