कमल शर्मा
शीशे की गोली से बींद देना चाहिए गौंवश के हत्यारों को, पैरवी करने वालों की हो निंदा: स्वामी यतीश्वरानंद
हरिद्वार 3 सितंबर गौवंश हत्या के प्रकरण सामने आने और ऐसे आरोपियों को बचाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं के खिलाफ पत्रकार वार्ता करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि ऐसे लोगों की सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान का इतिहास रहा है कि गौवंश को बचाने के लिए लोगों ने शहादत दी है और जो लोग गौवंश की हत्या कर इसका व्यापार कर रहे हैं, ऐसे दरिंदों को शीशे की गोली से बिंद देना चाहिए।
मंगलवार को प्रेसक्लब में पत्रकार वार्ता करते पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने माधोपुर की घटना की जानकारी देते हुए कहा कि जिन आरोपी का पूरा परिवार गौवंश मामले में संलिप्त है और दर्जनों मुकदमें दर्ज होने पर जिला बदर तक हो चुके हैं, ऐसे परिवार का आरोपी युवक गौमांस ले जाते हुए अपने को बचाने के लिए तालाब में कूद जाता है और मरने के बाद पुलिस पर गलत आरोप लगाते हैं। जबकि बाद में गौमांस भी बरामद किया गया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी खुलासा हो गया। गौकशी हत्या करने वालों पर गौ अधिनियम के तहत दस साल की सजा का प्रावधान है। वेदों में भी लिखा है कि गौवंश की हत्या नहीं करनी चाहिए। ऐसे आरोपी को शीशे की गोली से बिंद देना चाहिए।
स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि ऐसे दरिंदों को बचाने के लिए कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री, विधायक एवं अन्य नेता वोट के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, ऐसे लोगों की निंदा होनी चाहिए। उन्होंने देवभूमि के कटारपुर एवं आसपास के गांव वालों ने गौवंश को बचाने के लिए शहादत को याद करते हुए कहा कि 7 नवंबर 1966 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार से करपात्री महाराज के नेतृत्व में देश के गोहत्या बंद कराने और कानून बनाने के लिए सांसद के सामने प्रदर्शन कर रहे थे, ऐसे लोगों पर इंदिरा सरकार ने गोली चलवाकर हत्या कराने का जघन्य अपराध कराया, ऐसे इंदिरा गांधी को करपात्री महाराज ने श्राप दे दिया था। आज भी कांग्रेस के नेता उसी मानसिकता को आगे बढ़ा रहे हैं, जोकि कतई बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
भाजपा के जिलाध्यक्ष संदीप गोयल ने कहा कि गौकशी करने वालों को संरक्षण देने वालों को आने वाले चुनावों में सबक सिखाने का काम करेगी। पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने कटारपुर ग्राम के गौवंश बचाने वाले शहीदों को नमन करते हुए कहा कि पूर्व सीएम हरीश रावत की पुत्री अनुपमा रावत ने ऐसे शहीदों का अपमान किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार में ऐसे गौवंश हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को हाथ पैर काट देने चाहिए।
महंत ऋषिश्वरानंद महाराज ने गौकशी को बचाने वाले कांग्रेस नेताओं की निंदा की। वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश रस्तौगी ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि इस परिवार का राजनीति में आना दुर्भाग्य है। अपराधियों को बचाने वाले पूर्व सीएम पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, जिला महामंत्री आशु चौधरी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विक्रम भुल्लर, चेयरमैन सुशील राठी, किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष नृपेंद्र चौधरी, अमित चौहान, योगेंद्र मुंडन, पुरुषोत्तम शर्मा, सत्यनारायण शर्मा, प्रदीप चौहान, विवेक चौहान दीपक जखमोला आदि शामिल हुए।
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गाय पूजन कर सभी ने किया निंदा प्रस्ताव
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के नेतृत्व में सभी ने सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में गाय पूजन करते हुए कांग्रेस नेताओं की निंदा करते हुए सद्बुदिृध के लिए कामना की।