विचारों की शुद्धता और हरि का भजन जीवन के लिए अति फलदाई श्री महंत कमलेशानंद सरस्वती

हरिद्वार खड़खड़ी स्थित श्री गंगा भक्ति आश्रम में आश्रम के पीठाधीश्वर श्री महंत परम पूज्य 1008 कमलेशानंद सरस्वती जी महाराज ने भक्तजनों के बीच अपने श्रीमुख से उद्गार व्यक्त करते हुए कहा विचारों की शुद्धता मनुष्य के अंदर अच्छे चरित्र का निर्माण करती है और भगवान का भजन उसके जीवन को कल्याण की ओर ले जाता है तो है भक्त जनों जीवन में विचारों की शुद्धता होना नितांत आवश्यक है जिस प्रकार संत महापुरुषों द्वारा किये जाने वाले यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है देवी देवताओं की कृपा बरसती है इसी प्रकार विचारों की शुद्धता इस जीवन को सार्थक कर देती है और हरि का भजन मनुष्य को भवसागर पार कराता है

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