संपूर्ण विश्व में सनातन का शंखनाद धर्म संस्कृति के केंद्र आश्रम मठ मंदिरो से होता है माता राधा रानी की मूर्ति के अनावरण के अवसर पर बोले श्री महंत श्यामसुंदर दास महाराज हरिद्वार 15 अगस्त 2024 को प्रसिद्ध आध्यात्मिक केंद्र श्री श्याम वैकुंठ धाम श्यामपुर में किशोरी जी की मूर्ति के अनावरण के अवसर पर बोलते हुए आश्रम के पीठाधीश्वर ब्रह्मनिष्ठ त्याग मूर्ति श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज ने कहा अध्यात्म जगत संपूर्ण विश्व में सनातन का शंखनाद करता है
देवी देवताओं की पावन जननी भारत भूमि से होने वाला शंखनाद संपूर्ण विश्व में सनातन के रूप में गूंजता है देवी देवताओं और भगवान के प्रति हमारी आस्था हमें संपूर्ण विश्व में हिंदुत्व और सनातन का नायक बनाती है आज संपूर्ण विश्व आध्यात्मिक जगत के माध्यम से हिंदुत्व अपपाने के लिए आतुर है अगर कोई हिंदुत्व को चुनौती देता है तो वह भारत की आत्मा पर प्रहार है
हम विश्व के किसी भी कोने में बसे हिंदू पर किसी भी प्रकार का अत्याचार या मानसिक उत्पीड़न सहन नहीं करेंगे भारत फिर से अखण्ड भारत बनने की ओर अग्रसर है परम पूज्य गुरुदेव श्री श्री 1008 रामगोपाल शर्मा जी अलवर वाले बाबा जी ने भी विश्व भर में आध्यात्मिक जगत के माध्यम से सनातन को मजबूत करने का कार्य किया भक्तों को सत्य की राह दिखाई उसी की राह पर चलते हुए हनुमान शिव मंदिर सभापुर दिल्ली बालाजी दरबार तथा श्री श्याम वैकुंठ धाम श्यामपुर हरिद्वार विश्व भर में सनातन को आगे बढ़ने का कार्य कर रहा है जो भी भक्त सच्चे मन से अपनी सच्ची आस्था लेकर बालाजी के दरबार में आता है वह खुशियों की झोलियां भरकर हंसते गाते अपने गंतव्य की ओर जाता है परम पूज्य गुरुदेव 1008 परम विभूषित त्याग एवं ज्ञान की साक्षात मूर्ति श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज भी धर्म कर्म के माध्यम से भक्तों को धर्म के मार्ग से ईश्वर भक्ति की ओर अग्रसर करते हुए कल्याण की ओर ले जा रहे हैं इस अवसर पर बोलते हुए साध्वी तृप्ता सरस्वती ने कहा धर्म कर्म ही वह माध्यम है जो मनुष्य को सही दिशा की ओर ले जाता है गुरुजन और संत महापुरुषों का पावन सानिध्य कल्याणकारी जीवन सुधा रस के समान है उनके पावन वचन हमारे मानव जीवन को साकार करते थे हमारी सनातन संस्कृति विश्व की सबसे पुरानी और भगवान राम भगवान श्री कृष्णा भगवान श्री हरि द्वारा स्थापित संस्कृति है सनातन की राह पर चलने वाले धर्म और संस्कृति के साथ-साथ ईश्वरीय संस्कृति से जोड़ते हैं मठ मंदिर आश्रम अखाड़े सनातन की आत्मा है संत महापुरुष और भारत के नागरिक इस पावन संस्कृति की धड़कन और सांसे हैं हिंदुत्व पर प्रहार करने वाले असुर प्रवृत्ति के लोग हैं अब भारत संपूर्ण विश्व का नेतृत्व करने के लिए आगे बढ़ रहा है