गुरु चरणों की भव्यता और दिव्यता भक्त और शिष्यों के ज्ञान चक्षु खोल देती है

हरिद्वार ओम आश्रम हरिपुर कला मे श्री पंच दसनाम आह्वान अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत स्वामी चेतनानन्द गिरि जी महाराज ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर अपने श्री मुख से भक्तजनों के बीच ज्ञान की वर्षा करते हुए कहा गुरु के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती गुरु अपने ज्ञान के सरोवर में भक्तों को स्नान कराकर उनके जीवन को धन्य बना देते हैं गुरु की शरण भक्तों को ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग प्रदान करती है इस संसार में गुरु की महिमा बड़ी ही अपरंपार है गुरु मिलाते हैं ईश्वर से गुरु ही देते ज्ञान भव सागर की नैया के गुरु ही तारणहार गुरु चरणों की भव्यता और दिव्यता भक्त और शिष्यों के ज्ञान चक्षु खोल देती है इसलिए गुरु की पूजा ईश्वर से भी पहले की जाती है गुरु गोविंद दोहू खड़े काके लागू पाव बल्हारी गुरु आपने गोविंद दियो बताय

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