देवभूमि हरिद्वार में बालाजी मंदिर ट्रस्ट के पार्थिवेश्वर चिंतामणि पूजा महाप्रयोग में बह रही है शिव भक्ति की लहर

कमल शर्मा (हरिहर समाचार)

देवभूमि हरिद्वार में बालाजी मंदिर ट्रस्ट के महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज द्वारा प्रतिवर्ष यह पार्थिवेश्वर पूजा शांति और विश्व कल्याण के लिए की जाती है। नाग पंचमी से शुरु हुई यह पूजा कुल 26 दिनों तक चलेगी। इसमें श्रीरामचरितमानस, श्रीमद् भागवत महापुराण, महामृत्युंजय मंत्र जप, विष्णु सहस्रनाम पाठ सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठान प्रतिदिन किए जाएंगे।

हरिद्वार 1अगस्त 2025 शिव की पौड़ी, भूपतवाला, हरिद्वार में श्री बालाजी महाराज मंदिर, घाटा मेहंदीपुर, दौसा राजस्थान द्वारा दिनांक – 29 जुलाई से 23 अगस्त 2025 समय-प्रतिदिन सायं 4:00 बजे से 8:00 बजे तक चलने वाला पार्थिवेश्वर चिंतामणि महाप्रयोग आयोजित हो रहा हैl जिसमें मुख्य रूप से 108 श्री राम चरित मानस पाठ 108 श्रीमद् भागवत महापुराण पठन 11 लाख महामृत्युंजय मंत्र जप 11 लाख 11 सौ विष्णु सहस्रनाम पाठ इत्यादि का आयोजन किया जा रहा है जिसके आयोजनकर्ता महत श्री श्री 1008 डॉ. नरेशपुरी महाराज पीठाधीश्वर सिद्धपीठ धाम, घाटा मेहंदीपुर बालाजी, दौसा, राजस्थान ने आयोजन पार्थिव शिवलिंग पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि बताते हुए कहा कि पार्थिवेश्वर महाप्रयोग में दर्शन करने का विशेष लाभ मिलता है। विशेष तौर पर गंगा किनारे पार्थिव शिवलिंग पूजा में शामिल होना ही सौभाग्य की बात है

बालाजी मंदिर ट्रस्ट के शुरु महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज ने कहा कि प्रतिवर्ष यह पार्थिवेश्वर पूजा शांति और विश्व कल्याण के लिए की जाती है। नाग पंचमी से शुरु हुई यह पूजा कुल 26 दिनों तक चलेगी। इसमें श्रीरामचरितमानस, श्रीमद् भागवत महापुराण, महामृत्युंजय मंत्र जप, विष्णु सहस्रनाम पाठ सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठान प्रतिदिन किए जाएंगे।

नाग पंचमी पर्व से शुरू हुई पूजा के तीसरे दिन भी शुक्रवार को शुद्ध मिट्टी के बनाए पार्थिव शिवलिंगों की वैदिक मंत्रोच्चार सहित पूजा की गई। इस दौरान पूजा स्थल पर दर्शनार्थ श्रद्धालुओं ने पार्थिव शिवलिंगों का दर्शन कर पूजा में भाग लिया। बता दे कि मिट्टी से बने पार्थिव शिवलिंगों को पूजा के बाद गंगा में विसर्जित किया जाता है।

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