हरिद्वार खड़खड़ी स्थित श्री गंगा भक्ति आश्रम में भक्तजनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए आश्रम के श्री महंत कमलेशानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा सच्चे मन से निकली अंतरात्मा की आवाज सीधे भगवान श्री हरि के चरणों तक पहुंचती है अगर आपका मनोरथ सही है और आपकी ईश्वर भक्ति निस्वार्थ है तो आपकी आवाज सीधे भगवान तक पहुंचती है अगर आप सच्ची आस्था से किसी तीर्थ पर आए हैं और नंगे पांव उस तीर्थ पर परिक्रमा कर रहे हैं तो ऐसा नहीं है की आपको कोई नहीं देख रहा इस संपूर्ण सृष्टि को बनाने वाला आप पर नजर बनाए हुए हैं इस संपूर्ण जगत को चलाने वाला आपके इस भक्ति भाव को देख रहा है अगर आप किसी दरिद्र गरीब असहाय व्यक्ति की मदद कर रहे हैं तो ऐसा नहीं है कि वह किसी से छिपी हुई है आपको पूर्व जन्मों में किए गए अच्छे कार्यों के प्रतिफल के रूप में ईश्वर ने आपको इस योग्य बनाया है कि आप दूसरे की मदद कर सकें आपके अंतर मन में दूसरों के प्रति सहानुभूति उन्होंने ही उत्पन्न की है इस सृष्टि के कण-कम में भगवान का वास है इसीलिए राम नाम की महिमा बड़ी ही अपरंपार