हरिद्वार 9 जुलाई 2025 हिंदू रक्षा सेना के अध्यक्ष जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधा नंद जी महाराज की उपस्थिति में श्री गुरु मंडल आश्रम के तत्वाधान में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें बोलते हुए प्रबोधा नंद जी महाराज ने कहा कि गुरु मंडल मेला क्षेत्र की शुद्धता पवित्रता बनी रहे इस पर जोर देते हुए हमने पत्र लिखकर माननीय मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि हरिद्वार तीर्थ क्षेत्र में कानून पहले से बना हुआ है कि उसमें कोई भी गैर हिंदू प्रवेश नहीं कर सकता न ही व्यापार कर सकता और सांय 5:00 बजे के बाद वहां आना जाना भी वर्जित है तो उस कानून का पालन अवश्य हो हरिद्वार में कावड़ यात्रा शुरू होने वाली है इस अवसर पर मैं आप लोगों के माध्यम से यह कहना चाहता हूं कि कोई भी जिहादी उस कावड़ यात्रा को अपने जिहाद के द्वारा अपवित्र ना कर सके कावड़ यात्रा में जो सामान बिकता है ल

उसकी शुद्धता पवित्रता बनी रहे और यह भी महत्वपूर्ण है कि इस्लाम का एक भी जेहादी कांवड क्षेत्र और हरिद्वार तीर्थ क्षेत्र में प्रवेश न करें यदि कोई प्रवेश कर भी गया है तो उसकी पहचान करके उसको बाहर किया जाए यह जो कानून बना है सरकार कड़ाई से उसका पालन करवाये पर प्रशासन द्वारा हरबार उस कानून की अनदेखी की जाती है और यह कानून आज का नहीं है अंग्रेजों को बनाया हुआ कानून है तो उसका कानून का उपयोग क्यों नहीं होता उसका दुरुपयोग क्यों हो रहा है और कानून का पालन जिस देश में नहीं होता कानून का शासन नहीं होता वहां उपद्रव हो जाता है वहां अशांति हो जाती है वहां अपवित्रता हो जाती है तो यह अशांति और अपवित्रता को रोकने के लिए यह आवश्यक है मुसलमानों द्वारा कांवड क्षेत्र से बाहर अपने घरों में काँवड बनाई जा रही है और बेची जा रही है हमें उसे पर कोई आपत्ति नहीं है किंतु उनके द्वारा कांवड़ बनाकर तीर्थ क्षेत्र में हरिद्वार में क्षेत्र में लाकर बेची जा रही है हमें उसे पर आपत्ति है ऐसे जिहादियों को चिन्हित कर करके सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और यदि सरकार इस कार्य में असफल रहती है तो हम सारे संतों का मत है कि 11 जुलाई के पश्चात हम लोग खुद ही काम में उतरेंगे और उनको बाहर करने का काम करेंगे क्योंकि मुस्लिम द्वारा कावड़ बनाने के दौरान मूत्र और थूक का प्रयोग कर कर अपनी जिहादी मानसिकता के चलते उसको अपवित्र किया जाता रहा है और ऐसे समाचार भी लगातार सुनने को मिलते रहे इसलिए मैं कावड़ लाने वाले सभी श्रद्धालुओं से यह भी आग्रह करता हूं कि जरूरी नहीं है कि आप उनसे भारी भरकम सजी हुई कावड़ खरीद कर यात्रा करो आप एक बांस के डंडे में एक लोटा जल लेकर ही अपनी कांवड़ यात्रा पूरी कर सकते हो उसकी भी उतनी ही मानता है l इस अवसर पर बोलते हुए श्री स्वामी शिवानंद जी महाराज ने कहा कि कांवड़ यात्रा हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है कांवड़ यात्रा, भगवान शिव के भक्तों द्वारा सावन के महीने में की जाने वाली एक प्रसिद्ध धार्मिक यात्रा है। इस यात्रा में, भक्त पवित्र नदियों से जल भरकर लाते हैं और उसे भगवान शिव के मंदिरों में चढ़ाते हैं। कांवड़ यात्रा को भगवान शिव के प्रति समर्पण और श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है l