कमल शर्मा(हरिहर समाचार)
हरिद्वार,22 जून 2025 श्रवण नाथ नगर स्थित श्री हरमिलाप आश्रम में श्री हरमिलापी साहिब जी की पावन गददी के नवम गुरुदेव श्री राम प्यारा साहिब जी की पुण्य स्मृति में 118वां वार्षिक यज्ञोत्सव अनन्त श्री विभूषित, युग पुरुष, संत शिरोमणि परम पूज्य सत्तगुरु देव भगवान, नित्यलीलालीन पूज्य श्री श्री 1008 श्री मुनि हरमिलापी जी महाराज जी की असीम अनुकम्पा से उन्ही के स्वरुप श्री 108 श्री मदन मोहन हरमिलापी जी महाराज जी के सानिध्य में हुए आज के कार्यक्रमों की शृंखला में श्रद्धा, सेवा और स्वास्थ्य की त्रिवेणी देखने को मिली। विशाल भक्ति महोत्सव, रक्तदान शिविर एवं स्वास्थ्य जागरूकता सत्र का हुआ आयोजन l
दिन की शुरुआत भोर सवेरा के साथ हुई, जहाँ भक्तों ने प्रार्थना और ध्यान द्वारा दिन का आरंभ किया।

विशेष रूप से, हरमिलाप मिशन की ओर से दिल्ली से एक विशेष डाइटीशियन श्रीमती कनिका मग्गो को आमंत्रित किया गया, जिन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को स्वस्थ जीवनशैली, सात्विक भोजन और संतुलित आहार के महत्व पर जानकारी दी इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि“स्वस्थ तन ही संतुलित मन का आधार है। यदि आहार शुद्ध हो, विचार पवित्र हों, तो आत्मा भी दिव्यता की ओर अग्रसर होती है।”
उनकी सलाहों में विशेष रूप से बुज़ुर्गों, युवाओं और उपवास रखने वाले भक्तों के लिए सरल लेकिन प्रभावशाली आहार सुझाव दिए गए। कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने इस स्वास्थ्य सत्र की सराहना की।

दोपहर में आयोजित रक्तदान शिविर ने सेवा की मिसाल कायम की।शिविर का आयोजन स्थानीय स्वास्थ्य संगठनों और हरमिलाप ट्रस्ट के संयुक्त प्रयास से हुआ। युवाओं और श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। सौ यूनिट रक्त एकत्र कर जरूरतमंदों के लिए समर्पित किया गया। जिसमें एक व्यक्ति का रक्त 0- मिला है,
इसके पश्चात सात्विक सृजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व की भांति ग्रहणियों ने हस्त उत्पाद श्रृंखला का प्रदर्शन किया और अपने सामानों के स्टॉल्स लगाए और सामान को लागत मूल पर बेचा गया l सभी ने इतने सस्ते दामों पर मिल रहे हस्तनिर्मित उत्पादों की जमकर खरीदारी की l अलग-अलग जिलों से आए भक्तों ने ऐसे सात्विक सृजन के स्टॉल्स देखकर भूरी भूरी प्रशंसा की l

रात्रि 6:30 बजे से 9 बजे तक सामूहिक श्री कष्ट निवारण पाठ एवं भजन संध्या में श्रोताओं ने आत्मविभोर होकर भाग लिया। लुधियाना से आये श्री अश्वनी ग्रोवर जी द्वारा भक्तजनों के बीच भजनों की वर्षा की l भजनों की स्वर लहरियों ने वातावरण को भक्ति से भर दिया।
कार्यक्रम का समापन 23 जून को भजन संकीर्तन, तारांग, एवं भंडारे के साथ होगा।