कमल शर्मा
हरिद्वार, 7 अप्रैल। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के संयोजन में श्री बिल्वकेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा के नौवें दिन कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने यज्ञ की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को यज्ञ करना चाहिए। यज्ञ करने से भगवान नारायण एवं समस्त देवी देवता प्रसन्न होते हैं। शास्त्री ने बताया कि ब्रह्मा के सृष्टि की रचना करने के बाद सभी देवी देवताओं ने उनसे कहा कि हमारी भूख शांत नहीं हो रही है। पेट भरकर हमें कुछ मिलता ही नहीं है। आप कुछ उपाय कीजिए। देवताओं के निवेदन पर ब्रह्मा ने स्वाहा नाम की एक कन्या को उत्पन्न किया और उसका विवाह यज्ञ नारायण के साथ कर दिया। ब्रह्मा ने कहा कि आज से जिस भी देवी देवता का नाम लेकर स्वाहा उच्चारण करते हुए यज्ञ में आहुति दी जाएगी। वह आहुति उसी देवता को प्राप्त हो जाएगी। जिससे समस्त देवी देवताओं के आहार की व्यवस्था बनेगी। तभी से प्रत्येक घर में यज्ञ की परंपरा प्रारंभ हुई। शास्त्री ने बताया यज्ञ करने से देवताओं की प्रसन्नता और उनकी तृप्ति होती है। देवी देवताओं की कृपा से घर में सुख, समृद्धि, धन, धान्य, आयु एवं आरोग्य की वृद्धि होती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर में यज्ञ करना चाहिए। यदि नित्य न कर सके तो पूर्णमासी, सक्रांति या अमावस पर यज्ञ अवश्य करें। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने बताया कि सभी सनातनियों को अपने-अपने मोहल्ले और कालोनी में धर्म प्रचार के लिए श्रीमद् भागवत कथा, राम कथा, देवी भागवत कथा आदि का आयोजन अवश्य करना चाहिए। इससे बच्चे संस्कार बनेंगे। इस अवसर पर बिल्वकेश्वर महादेव मंदिर के व्यवस्थापक सतीश वन महाराज, लाहू वन महाराज, संस्कृति सचिव उत्तराखंड दीपक गैरोला, पंडित जुगल किशोर तिवारी, पंडित ऋषि शर्मा, जितेंद्र शर्मा, भरत शर्मा, भावना शर्मा, महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरि महाराज, राकेश, स्वर्ग बेदी, विवेक मिश्रा, रोहित शर्मा, बृजमोहन शर्मा, कुलदीप शर्मा, रविंदर, चमन गिरी, उमेश कुमार, बृजेश कुमार, भोलू कुमार, शंभू डेरी, सोमपाल कश्यप आदि ने व्यास पीठ का पूजन किया।
यज्ञ करने से प्रसन्न होते हैं समस्त देवी देवता-पंडित पवन कृष्ण शास्त्री
