हरिद्वार खड़खड़ी स्थित श्री गंगा भक्ति आश्रम में आश्रम के श्री महंत 1008 परम पूज्य स्वामी कमलेशानंद सरस्वती जी महाराज ने भक्तों का मार्गदर्शन करते हुए एक जीवन कल्याणकारी सुंदर भजन सुनाकर भक्तों का जीवन धन्य किया सतगुरु ज्ञान का अमृत पिलाने आज धरा पर आ गए साथ अपने हमें मिलने साकार भगवान आ गए पास थे मुझे आभास था पर आज मेरे समुख आ गए जय जय सतगुरु नाम विशाल मैं नित पिऊ राम रस प्याला सतगुरु सुंदर तीर्थ धाम हरि का प्यारा सुंदर नाम नारायण की अद्भुत माया प्रभु को सतगुरु के रूप में पाया धन्य हुए प्रभु तुमको पाकर जीवन सफल जग आकर हरिद्वार हरिहर का धाम सतगुरु करें जहां विश्राम सतगुरु की महिमा है अनन्ता कहने का तात्पर्य यह है कि पृथ्वी लोक पर सतगुरु ही हमारे सच्चे मार्गदर्शक होते हैं