धार्मिक आयोजनों में पत्रकारों को न घुसने देने के लिए किसने किया फरमान जारी

हरिद्वार,13 सितंबर 2024 विश्व प्रसिद्ध पावन नगरी हरिद्वार में होने वाले धार्मिक आयोजनो आदि में आजकल कोतवाल गेट पर ही कोतवाली करते नजर आते हैं जबकि पत्रकारों का एक धड़ा उनकी मौजूदगी में कार्यक्रम में अंदर एंट्री कर जाता है किंतु अन्य पत्रकारों को गेट पर यह कहकर रोक देते हैं की अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पंचायती श्री महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव परम पूज्य श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज ने पत्रकारों के घुसने पर कार्यक्रमों में रोक लगा दी है इसी बात की जानकारी कुछ पत्रकारों ने परम पूज्य श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज के समक्ष रखते हुए श्री अवधूत जगतगुरु राम उदासीन आश्रम कनखल में इस बात से अवगत कराया की क्या महाराज जी ने कोई ऐसा आदेश जारी किया है कि पत्रकारों को भंडारे धार्मिक कार्यक्रमों में प्रवेश न करने दिया जाए तो महाराज जी ने इस बात पर अनभिज्ञता जाहिर करते हुए इस बात से इनकार किया कि उन्होंने ऐसा कोई बात पत्रकारों के लिए कोतवालों को नहीं बोली है तो अब यह मुद्दा उठता है कि कोतवाल व अन्य गेट पर महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव श्री महंत रवींद्र पुरी जी के महाराज का नाम लेकर पत्रकारों को क्यों रोक रहे हैं दूसरा सवाल यह भी कुछ मामला संज्ञान में आ रहा है की विगत दिनों षड दर्शन साधु समाज की एक बैठक आहूत की गई थी जिसमें कुछ संतो ने भाग लिया तथा यह कोतवाल नंबर 1 श्री रामेश्वर गिरी नंबर दो श्री गगन देवगिरी नंबर तीन श्री रमेशानंद नंबर चार श्री धर्मदास महाराज को कोतवाली करने का जिम्मा सौंपते हुए यह कहा है कि पत्रकारों को भंडारे आदि में न घुसने दिया जाए इस बात की चर्चाएं भी जोरों पर है किंतु फिर यह कोतवाल परम पूज्य श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज का नाम लेकर पत्रकारों को क्यों गेट पर रोकते हैं आखिर पत्रकारों को कौन टारगेट कर रहा है यह बात पत्रकारिता जगत में एक संशय का विषय बनी हुई है कि पत्रकारों को धार्मिक आयोजनों से दूर रखने के पीछे संत महापुरुषों की क्या मन्सा है चलो यह भी मान लिया जाए कि पत्रकारो की बढ़ती संख्या संत महापुरुषों को खल रही हो किंतु एक धड़े के पत्रकारों को अंदर जाने की अनुमति आखिर कौन दे रहा है इसके पीछे क्या षड्यंत्र है कोई पत्रकारों का धड़ा इस षड्यंत्र के पीछे है या कोई और विषय है हालांकि आजकल विश्व प्रसिद्ध पावन नगरी में पत्रकारों की बाढ़ आ गई है जो कार्यक्रमों में भारी संख्या में पहुंच जाते हैं किंतु कौन सही है कौन गलत है इसकी पुष्टि कैसे हो इसकी पुष्टि के लिए जिस भी कार्यक्रम में पत्रकार उपस्थित हो वहां एक रजिस्टर मेंटेन किया जाना चाहिए तथा सभी के हाथ से उसमें नाम पता अखबार का नाम तथा पत्रकार का मोबाइल नंबर साथ में हस्ताक्षर अंकित होने चाहिए अगर अगले दिन वह समाचार प्रकाशित नहीं करता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए किंतु अगर यह मामला है तो सभी पत्रकारों को टारगेट नहीं किया जाना चाहिए केवल इस आड़ में घुस जाने वाले लोगों पर रोक लगाई जानी चाहिए क्योंकि विश्व प्रसिद्ध पावन नगरी हरिद्वार मठ मंदिर आश्रम अखाड़े की धर्म ध्वज लहराने वाली एक पावन नगरी है यहां से होने वाला उद्घोष समाचार पत्रों चैनल तथा पोर्टल के माध्यम से जानकारी देश के साथ-साथ अन्य देशों में भी पहुंचती है तथा सनातन की धूम और धर्म की गूंज संपूर्ण विश्व में प्रचारित प्रवाहित होती है आखिर पत्रकारों के मन में अब यह सवाल गूंज रहा है की उन्हें गेट पर रोकने का आदेश किसने जारी किया वह इस बात के लिए किस से बात करें ताकि यह मामला स्पष्ट हो सके आखिर किसने नियुक्त किये यह चार कोतवाल और किसने किया पत्रकारों को अंदर प्रवेश ने करने देने का आदेश जारी धर्म के क्षेत्र में पत्रकारिता करने वाले पत्रकार इस समय असमंजस की स्थिति में है आखिर उन्हें संतों का कौन सा धड़ा टारगेट कर रहा है और एक धड़े के पत्रकारों को अंदर प्रवेश कर रहा है तथा गेट पर कोतवालों को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज का नाम लेने के लिए कौन कह रहा है आखिर कोतवाल महाराज जी का नाम क्यों ले रहे हैं सही बात बाहर नहीं आ पा रही है पत्रकारों का एक धड़ा उन्हें टारगेट करने वालों पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं कि उन्हें कौन टारगेट कर रहा है और किसके इशारे पर आधे पत्रकार अंदर प्रवेश हो जाते हैं और आधे पत्रकारों को रोक दिया जाता है( वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोज कुमार )

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