हरिद्वार खड़खड़ी स्थित श्री गंगा भक्ति आश्रम में भक्तजनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए आश्रम के पीठाधीश्वर 1008 श्री महंत परम पूज्य कमलेशानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा विचारों की शुद्धता मनुष्य के व्यक्तित्व को निखार देती है इस प्रकार सुबह शाम कुछ पल का भजन मनुष्य का लोक और परलोक दोनों सुधार देता है इसलिए जब भी समय मिले अपने गुरु की भक्ति करें अपने आराध्य की भक्ति करें गंगा मैया की भक्ति करें भगवान श्री हरि की भक्ति करें यही आपके काम आयेगा सांसारिक भौतिक जिम्मेदारियां तथा मोह माया का बंधन आपको जीवन भर माया जाल में उलझाये रखता है किंतु उच्च संस्कारवान लोग मोह माया के जाल में बंधे रहते भी भजन कीर्तन सत्संग धर्म कर्म के माध्यम से अपना लोक और परलोक दोनों सुधार लेते हैं इसलिए अगर अपना लोक और परलोक सुधारना चाहते हो तो हरिपथ को अपनाओ वही आपको भवसागर पार ले जाएगा