मुंबई थाणे मे भक्तजनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए पंचायती श्री जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर 1008 परम पूज्य श्री संजय गिरी जी महाराज ने कहा मनुष्य का अपने कर्म के प्रति सही से निर्वहन और भगवान हरि में आस्था उसके कर्म फल में उन्नति का प्रतीक होती है जो अपने कर्मों का सही से निर्वहन करता है अपने सभी दायित्वों की पूर्ति करता है गुरुजनों का मान सम्मान करता है माता-पिता का आदर करता है तथा निर्बल दुर्बल जीवो के प्रति दया का भाव रखता है उस पर भगवान हरि की कृपा सदैव बनी रहती है वह सदैव उन्नति के पथ की ओर अग्रसर रहता है इसलिए जीवन में कर्म के साथ-साथ हरि भजन का होना भी आवश्यक है
कर्म के प्रति लगन हरि के प्रति आस्था मनुष्य के लिए कल्याणकारी महामंडलेश्वर श्री संजय गिरी जी महाराज
