कमल शर्मा ,हरिद्वार कनखल स्थित श्री सच्चिदानंद आश्रम में कार्यक्रम के दौरान अपने श्री मुख से उदगार व्यक्त करते हुए कोतवाल श्री रमेशानंद देहरादून बाबा ने कहा संत महापुरुषों का सानिध्य भक्तों के अंदर अच्छे संस्कार उत्पन्न करने के साथ-साथ उन्हें कल्याण की ओर अग्रसर करता है विश्व प्रसिद्ध पावन नगरी हरिद्वार में दो प्रकार की गंगा बहती है एक तो पतित पावनी मां भागीरथी जिसमें स्नान करने मात्र से ही भक्तों का कल्याण हो जाता है दूसरी गंगा संत महापुरुषों के श्री मुख से बहने वाली ज्ञान की गंगा है जो मनुष्य का तन मन और मस्तिष्क पवन कर देती है साथ संतो के श्री मुख से बहने वाली ज्ञान की गंगा संपूर्ण विश्व में सनातन परंपरा को और अधिक मजबूत करने के साथ-साथ भक्तों को ईश्वर से जोड़ते हुए कल्याण की ओर ले जाती है धर्म-कर्म और अच्छे संस्कारी कार्य करने से मनुष्य का लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं।