समाज शिक्षित और संस्कारवान हो रहा है,जो समाज की सबसे बड़ी ताकत है
—-देव भूमि हरिद्वार में सारस्वत समाज की धर्मशाला का लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन
फोटो घड़साना सम्मानित होते भामाशाह।
फोटो घड़साना कार्यक्रम में भाग लेने वाले समाज के लोग।
घड़साना .देवभूमि हरिद्वार में रेलवे स्टेशन के पास सारस्वत समाज की तरफ से बनाए गए धर्मशाला का शुक्रवार को लोकापर्ण के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया,कार्यक्रम में लोकापर्ण के साथ-साथ भामाशाहों का सम्मान कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। डूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक ताराचंद सारस्वत मुख्य अतिथि तथा किसान नेता प्रभु दयाल सारस्वत लूणकरणसर, संत शिरोमणि कुंभ भारती महाराज, भामाशाह ओम प्रकाश ओझाइया ,वेदप्रकाश सारस्वत नोखा मंडी ,समिति अध्यक्ष बजरंग ओझा ,सारस्वत समाज के मोतीलाल ओझा ,द्वारका प्रसाद सारस्वत सूरत ,लालचंद गुरावा सूरत ,हीरालाल रानीवाड़ा,मालचंद सारस्वत पीलीबंगा,खेताराम तावनिया बीकानेर सहित अन्य विशिष्ठि अतिथि के रूप में मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत मा सरस्वती की पूजा अर्चना एवं दीप प्रज्जवलित कर की गई। समिति के सचिव भगवती प्रसाद कायल द्वारा सेवा समिति के संस्था सेवा सदन का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया। समिति के अध्यक्ष बजरंग ओझा ने आगंतुकों को बताया कि लगभग दो साल पहले समिति के पदाधिकारियों की तरफ से बैठक आयोजित कर देव भूमि हरिद्वार में धर्मशाला बनाने का प्रस्ताव रखा गया,जिसे सभी सदस्यों की तरफ से पारित कर समाज के लोगों को साथ लेते हुए पूरा करने का निर्णय लिया गया। जिसके बाद समाज की भागीदारी से 3 करोङ का भवन खरीद कर धर्मशाला का प्रारूप दिया। वक्ताओं ने अपने सम्बोधन में कार्य कारिणी की तरफ से किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंनें कहा हरिद्वार में धर्मशाला होने से धार्मिक कार्यों के लिए हरिद्वार आने वाले समाज के लोगों को रहने के लिए उचित व्यवस्था होगी। ——–समाज शिक्षित और संस्कारवान हो रहा है,जो समाज की सबसे बड़ी ताकत है मुख्यातिथि विधायक ताराचंद सारस्वत ने अपने संबोधन में कहा कि समाज शिक्षित और संस्कारवान हो रहा है,जो समाज की सबसे बड़ी ताकत है,उन्होंनें कहा कि समाज में शिक्षा पर बल देकर इसका उजियारा को चारों तरफ करना है,उन्होंनें कहा कि शिक्षित होकर युवा समाज के लिए अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा बने। समाज की बेटियां पूरे विश्व में अपना प्रभूत्व दिखाएं। उन्होंनें समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि युवाओं के लिए सकारात्म माहौल तैयार किया जाए जिससे शिक्षा,संस्कार के समावेश के साथ रोजगार मिले। समाज के विकास के लिए भामाशाहों से अपील करते हुए कहा कि समाज का निर्माण के लिए संगठन की आवश्श्कता है,जिससे युवाओं को सही मार्गदर्शन मिले। कार्यक्रम को अन्य अतिथियों की तरफ से भी सम्बोधित किया गया। ——भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन: लोकापर्ण कार्यक्रम में समाज के सैकड़ो लोगों व महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर धर्मशाला के लिए बढ़-चढ़ कर सहयोग करने वाले भामाशाहों का सम्मान किया गया। समाज द्वारा धर्मशाला निर्माण में दिए गए सहयोग पर 200 से अधिक भामाशाहों को माला पहना, साफा प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया। समिति के अध्यक्ष ने कहा कि समाज के सभी लोगों के सहयोग के कारण ही इस धर्मशाला का निर्माण हो पाया हैं। कार्यक्रम के अंत में उन्होंनें सभी का आभार प्रकट किया। —–यह रहे उपस्थित: इस अवसर पर शंकर लाल सारस्वत, बड़ा बास सत्यनारायण, तावणिया,सारोठिया , दुर्गा प्रसाद सारस्वत, पूर्व सरपंच , सीताराम बड़ा बास, शंकर लाल रामा मंडीवाले, जय किशन धीरेरावास, भंवर लाल सारस्वा पूनरासर, जगदीश प्रसाद कायल गंगानगर,कालूराम तावनिया सोमासर, पूनम चंद तावनिया, सूरतगढ़, सीएम तावणिया सारोठिया, गजानंद ठूकरियासर सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।