हरिद्वार श्यामपुर स्थित श्री श्याम वैकुंठ धाम के परमाध्यक्ष श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज ने कहा सतयुग यानी त्रेता युग में भक्तों को कठोर तपस्या से भगवान की प्राप्ति होती थी सदियों तक उन्हें अपने आराध्य की आराधना करने के बाद भगवान दर्शन देते थे द्वापर युग में भी ऋषि मुनि साधु संत भक्तजनों को कठोर तपस्या के बाद भगवान की प्राप्ति होती थी एक बार माता यशोदा कन्हैया को पकड़ने के लिए उनके पीछे दौड़ रही थी किंतु वह हाथ नहीं आ रहे थे तभी एक गोपी ने कहा इन्हें अपने कलयुग के भक्तों की शपथ दे दो तो यह रुक जाएंगे माता यशोदा ने ऐसा ही किया जैसे ही उन्होंने उन्हें कलयुग के भक्तों की कसम दी भगवान तुरंत रुक गए तो माता ने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों उन्होंने कहा त्रेता युग में हमारे करोड़ों भक्त होंगे द्वापर युग में भी लाखों भक्त होंगे लेकिन कलयुग में इनकी संख्या सीमित होगी कोई बिरला ही भक्ति करेगा परम पूज्य श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज ने बताया की अगर सच्ची आस्था के साथ इस कलयुग में निस्वार्थ भाव से दो पल भी भगवान का भजन किया जाए तो भगवान साक्षात भगत के सामने प्रकट हो जाएंगे किंतु भक्ति कलयुग के अधीन होते हुए स्वार्थ लालसा के लिए मनोरथ पूर्ति के लिए भक्तजन भगवान को पुकारेंगे जिसकी भक्ति निस्वार्थ होगी उसके आराध्या के दर्शन की उसे प्राप्ति होगी कलयुग में कुछ पल का भजन ही पर्याप्त है किंतु पूर्ण भक्ति भाव के साथ सच्ची आस्था और निष्ठा के साथ होना चाहिए संत महापुरुषों के हाथों से राम नाम की भभूति भी भक्तों के कल्याण के लिए पर्याप्त है इस कलयुग में भक्ति और भजन करना बड़ा कठिन है अगर मन में सच्ची आस्था हो तो सब कुछ संभव भी है 26 मार्च 2024 को इसी भक्ति भाव के वशीभूत होकर श्री श्याम वैकुंठ धाम के परमा ध्यक्ष श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज श्री बालाजी के दरबार में भक्तजनों को उनके दुख दर्द कष्ट हारने के लिए उनके कल्याण के लिए राम नाम की विभूति उन्हें प्रसाद स्वरूप देंगे सभी भक्तजन दरबार में पधार कर श्री बालाजी महाराज की कृपा के पात्र बने भगवान बालाजी महाराज आपके जीवन के सभी कष्ट हर लेंगे
कलयुग में राम नाम की भभूति करेगी भक्तों का बेड़ा पार
