हरिद्वार भूपतवाला स्थित सप्त सरोवर रोड पर दीप्ति कुटीर आनंदवन हरिपुर में परम पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन माता यति योगेश्वरी जी महाराज की पावन पुण्य तिथि बड़े ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ मनाई गई इस अवसर पर बोलते हुए महंत स्वामी योगेश्वरानंद महाराज ने कहा परम पूज्य ब्रह्मलीन माता यति योगेश्वरी जी महाराज साक्षात ज्ञान और त्याग का एक विशाल सूर्य थी जिनकी छत्रछाया में भक्तजन उनके दिए गए ज्ञान के माध्यम से कल्याण की ओर अग्रसर होते थे उनके ज्ञान का प्रताप आज भी आश्रम में विद्यमान है वे लोग बड़े ही भाग्यशाली होते हैं जिन्हें संत महापुरुषों का सानिध्य प्राप्त होता है इस अवसर पर बोलते हुए स्वामी कृष्ण देव जी महाराज ने कहा वे लोग बड़े ही भाग्यशाली होते हैं जिन्हें गुरुजनों का पावन सानिध्य प्राप्त होता है इस अवसर पर बोलते हुए जूना अखाड़े के पूर्व सचिव महंत देवानंद सरस्वती महाराज ने कहा संत महापुरुष कभी ब्रह्मलीन नहीं होते वह भक्त जनों के बीच दिए गए ज्ञान और संस्कार के रूप में सदैव उनके बीच विद्यमान रहते हैं इस अवसर पर बोलते हुए महंत सूरज दास जी महाराज ने कहा संत महापुरुष इस पृथ्वी लोक पर पवन मां गंगा के समान है जिस प्रकार मां गंगा में स्नान करने मात्र से भक्तों का कल्याण हो जाता है इसी प्रकार गुरुजनों के श्री मुख से प्राप्त होने वाले ज्ञान से मनुष्य का लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं इस अवसर पर महामंडलेश्वर दुर्गा दास महाराज संत जगजीत सिंह महाराज स्वामी कृष्ण देव महाराज स्वामी योगेश्वरानंद महाराज महंत शुक्र गिरी महाराज महंत सूरज दास महाराज महंत गुरमल सिंह वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण महाराज देहरादून बाबा रमेशानंद महाराज श्रवण दास महाराज सहित भारी संख्या में संत महंत भक्तगण उपस्थित थे उन्होंने परम पूज्य गुरुदेव माता यति योगेश्वरी जी महाराज की पावन स्मृति में आयोजित भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण कर अपने जीवन को धन्य तथा कृतार्थ किया