हरिद्वार 24 मई 2024 को श्री श्याम वैकुंठ धाम श्यामपुर में आयोजित प्रथम वार्षिक अधिवेशन मे भारी संख्या में संत महापुरुषों ने भाग लिया इस अवसर पर बोलते हुए आश्रम के परमाध्यक्ष 1008 श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज ने कहा गुरुजनों द्वारा दिया गया ज्ञान मनुष्य के अंतर मन से अज्ञानता का प्रकाश दूर कर उसमें हरि रूपी ज्ञान के प्रकाश का उदय करता है तथा मन में उठ रही अनधिकृत अभिलाषाओं का अंत कर जीवन को भजन रूपी प्रकाश से उदय करता है साधुओं की संगत वैकुंठ की ओर जाने वाला पावन मार्ग है गुरु भक्तों के सच्चे मार्गदर्शक होते हैं
इस अवसर पर बोलते हैं व्यवस्थापक श्री दयालु महाराज ने कहा ईश्वर दया के सागर होते हैं ईश्वर तक पहुंचाने का मार्ग गुरु चरणों से होकर जाता है स्वामी कल्याण देव महाराज ने कहा संत संगत और धर्म कर्म कल्याण का मार्ग है महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानन्द महाराज ने कहा हरि भजन और सत्संग परम आनंद का विषय है जो धर्म शास्त्रों तथा गुरुजनों से ही प्राप्त हो सकता है महामंडलेश्वर श्री वृहद् गिरी गिरि महाराज ने कहा मनुष्य का अंतर्मन हरि भजन और गुरुजनों द्वारा दिए गए ज्ञान से ही तृप्त होता है
और यही मार्ग ईश्वर की ओर जाता है इस अवसर पर बोलते हुए मां अंजनी देवी मंदिर के महंत श्री सतीश गिरी ने कहा गुरु सत्य का दर्पण होते हैं जो धर्म मार्ग से सत्य की राह दिखाते हुए मनुष्य को धर्म कर्म रूपी पावन अग्नि से पवित्र उनके अंतर मन को पावन करने के साथ-साथ ईश्वर से जोड़ देते हैं इस अवसर पर आश्रम में हजारों भक्तजनों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया और संतों के श्री मुख से बह रही ज्ञान की गंगा में गोते लगाकर अपने जीवन को पावन किया