हरिद्वार में निकली जगन्नाथ रथ यात्रा, इस यात्रा के साक्षात दर्शन करने से 1000 यज्ञों का पुण्य प्राप्त होता है

हरिद्वार 28 दिसंबर 2024,हरिद्वार में निकली जगन्नाथ रथ यात्रा, इस यात्रा के साक्षात दर्शन करने से 1000 यज्ञों का पूर्ण प्राप्त होता है l आज 12वीं श्री जगन्नाथ रथ यात्रा हरिद्वार में बड़े ही हहषोॅलास से निकाली गई श्री जगन्नाथ यात्रा का शुभारंभ मधुबन आश्रम अघ्यक्ष श्री परमानंद दास जी महाराज हरिद्वार के C.o.city Juhi marnal जी ने संयुक्त रूप से किया इस रथ यात्रा में बड़े ही संख्या में लोगों ने शरद मौसम में भाग लिया l

जगह-जगह सामाजिक व्यापारी धार्मिक संस्थाओं ने रथ यात्रा का स्वागत किया पुष्प वर्षा के जलपान कराया रथ यात्रा के समापन पर देवपुरा चौक स्थित भारत सेवा आश्रम संघ में विशाल भंडारा किया गया l


यह यात्रा प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक है.
इस यात्रा में शामिल होने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.Iजो लोग रथ यात्रा में शामिल होकर रथ खींचते हैं उन्हें सौ यज्ञ के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है.l

जो लोग रथ खींचने में सहयोग करते हैं उन्हें मोक्ष मिलता है.
जो लोग इस यात्रा का सिर्फ़ दर्शन मात्र ही कर लेते हैं, ऐसे लोगों को जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाती है.
यह यात्रा आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को जगन्नाथ पुरी में शुरू होती है और इसका समापन दशमी तिथि को होता है.
इस यात्रा में तीन रथ होते हैं. बलराम जी के रथ को ‘तालध्वज’ कहते हैं, जिसका रंग लाल और हरा होता हैl

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भगवान जगन्नाथ अर्थात श्री कृष्ण के रथ को नंदी घोष रथ में 16 पहिये लगे होते हैं l रथ यात्रा में दूर-दूर से श्रद्धालु आए l इस यात्रा को सफल बनाने में श्री कैलाश केशवानी जी अमित नाथ जी श्री नरेश ठाकुर आशीष बंसल वो शर्मा मित्तल मशीनरी बालाजी आर्यन स्टोर विनय सिंघल जी अनिल सिंघल जी रविकांत अग्रवाल

गिरीश सहगल जी दिनेश कुकरेजा जी गौरव अरोड़ा जी सनी अरोरा जी बिश्नोई दुग्ध भंडार पंजाब दुग्ध भंडार संजय मोदी जी मोहनपुरी वाले बंटी भाटिया जी पंकज जी, अरोड़ा लस्सी हेमंत कालरा राजीव पाराशर, शहर अध्यक्ष, शहर व्यापार मंडल अनिल सिंघलसन्नी सक्सेना आशीष बंसल सुमित अरोरा शरद अग्रवाल रचित सिंघल स्वप्निल भारद्वाज अमित नाथ एवं समस्त व्यापार मंडल अपर रोड हरिद्वार रथ यात्रा में उपस्थित रहें l यह यात्रा हिंदू धर्म के आस्था और विश्वास का प्रतीक है. यह भारतीय संस्कृति और धर्म का अहम हिस्सा है.l

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