हरिद्वार 16 दिसंबर 2024, आज देव मंदिर खन्ना आश्रम जस्साराम मार्ग श्रवण नाथ नगर हरिद्वार में ब्रह्मलीन श्री 1008 महामंडलेश्वर महंत स्वामी हंस प्रकाश जी महाराज का द्वादश निर्वाण महोत्सव “श्रद्धांजलि समारोह” आयोजित किया गया l सभा में संत समाज ने ब्रह्मलीन श्री 1008 महामंडलेश्वर महंत स्वामी हंस प्रकाश जी महाराज को भावपूर्ण स्मरण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए l

इस अवसर पर बोलते हुए श्री महन्त 1008 स्वामी श्याम प्रकाश जी महाराज वेदांताचार्य (शिष्य ब्रह्मलीन श्री 1008 महामंडलेश्वर महंत स्वामी हंस प्रकाश जी महाराज) ने बताया कि परम पूज्य गुरु जी धर्म कर्म पूजा पाठ के माध्यम से भक्तों को कल्याण के मार्ग पर ले जाने वाले परम तपस्वी त्याग मूर्ति संत थे l क्योंकि संत महापुरुषों का जीवन समाज को समर्पित होता है संत महापुरुषों द्वारा किये जाने वाले प्रत्येक कार्य में जगत कल्याण की भावना निहित होती है l

संत महापुरुष ही धर्म कर्म यज्ञ अनुष्ठान के माध्यम से भक्तों का लोक एवं परलोक दोनों सुधार देते हैं इस पृथ्वी लोक पर सतगुरु ईश्वर के प्रतिनिधि के रूप में विद्यमान है ईश्वर की ओर जाने वाला मार्ग गुरु चरणों से होकर ही जाता है lउन्होंने महाराज जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा कार्यक्रम में शामिल हुए संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ब्रह्मलीन गुरूदेव स्वामी हंसप्रकाश जी महाराज से प्राप्त ज्ञान व शिक्षाओं के अनुसरण और संत समाज के आशीर्वाद से गुरू परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए समाज को धर्म व अध्यात्म की प्रेरणा देना और सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार करना ही उनके जीवन का उद्देश्य है।

इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा व अखाड़ों के संत महापुरूष व श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे। सभी ने आयोजित भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण कर अपने जीवन को धन्य तथा कृतार्थ किया l
