कमल शर्मा हरिद्वार
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला के आयोजन की तैयारियां चरम पर है। बड़ी संख्या में साधु-संतों का आगमन शुरू हो गया है। ज्ञान, भक्ति और त्याग को आत्मसात करने वाला गुरु श्री गोरखनाथ जी अलख अखाड़ा रजि0 ऐसा पहला अखाड़ा है, जिसके आधे से ज्यादा संन्यासी डॉक्टर, इंजीनियर और प्रोफेसर , वकील समेत उच्च शिक्षा की डिग्री रखते हैं एवं ऊंचे पदों पर भी हैं। इस अखाड़े की स्थापना वर्ष 2021 में हुई थी। इसका मुख्यालय संन्यास रोड कनखल हरिद्वार में है। अलख अखाड़े के अध्यक्ष श्री संजीवन नाथ जी महाराज हैं l
अलख अखाडे के अध्यक्ष श्री संजीवन नाथ जी महाराज हैं अलख अखाड़ा प्रमुख अखाड़ों में से एक है। अखाड़े के कई सुशिक्षित संतों में संजीवन नाथ एमबीए ,शंकर नाथ महाराज ,जगदीश जी महाराज महान तांत्रिक गुरु,डॉ विजया माधव नाथ जी पीएचडी,अरुणा नाथ जी महाराज न्याय विभाग,जोगेंद्र नाथ जी डॉ पीएचडी,डॉ विजय माधव, महामंडलेश्वर श्रीअरूनाथ महाराज, महामंडलेश्वर श्री जगदीश जी महाराज , महामंडलेश्वर स्वामी श्री प्रजापति महाराज, बाबा राजेश नाथ औघड़ , गुरुदेव डॉक्टर जोगेंद्र नाथ जी दादा,ना गुरुदेव गोवर्धन नाथ जी जैसे अनगिनत संत जो अलख अखाड़े की शोभा को निरंतर बढ़ा रहे हैं l ज्ञान और अध्यात्म का प्रकाश पूरे संसार में फैला रहे हैं l
अलख अखाड़े के अध्यक्ष श्री संजीवन नाथ जी महाराज ने कहा कि हमारा अखाड़ा ऐसा है, जिसमें कई साधु हैं। वे योग्य हैं और उच्च शिक्षा की डिग्री रखते हैं। अखाड़े में योग्यता के आधार पर संन्यास की दीक्षा दी जाती है। इसमें संस्कृत के विद्वान और आचार्य भी हैं।