महिला सभी स्वरूपों में पूजनीय है वंदनीय है क्योंकि वह जननी है वह बेटी है वह माता है वह पत्नी भी है वह सभी सवरूपों में अपना दायित्व निभाने के लिये पूरी तरह तैयार रहती है

हरिद्वार 23 नवंबर,भूपतवाला स्थित भूमा निकेतन मे ऑल इंडिया ब्राह्मण फाउंडेशन पंजीकृत का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित है सम्मेलन को संबोधित करते सामाजिक संगठन की कार्यकर्ता डॉ प्रीति शिखा ने समाज के विकास में महिलाओं की भूमिका पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हैं कहा धर्म से बड़ा कोई नहीं होता लोगों को भी धर्म के प्रति अच्छी बातों के लिये प्रेरित करना चाहिए संस्कार और मन कर्म वचन से मनुष्य को शुद्ध होना चाहिए और दूसरों को भी अपने विचार शुद्ध करने के लिए प्रेरित करना चाहिए अगर आप बहु संस्कारी चाहते हैं तो अपनी बेटी को भी अच्छे संस्कार दीजिये l

मनुष्य का पहनावा उसके व्यक्तित्व की पहचान करता है महिला की सुंदरता इसी में है कि उसका ग्रहस्त जीवन संस्कार और उसके मन में सम्मान का भाव दूसरों के प्रति आदर का भाव ही उसकी प्रतिभा की पहचान कराता है साथ ही उसे सभी तरह से हर परिस्थिति में बात करने का भी अनुभव होना चाहिए ग्रहस्त संभालने के साथ-साथ समाज में होने वाली सभी परिस्थितियों की जानकारी होनी चाहिये महिला को एक कुशल समाजसेवी के साथ-साथ आवश्यकता पड़ने पर कारोबार समाज सेवा बिजनेस आदि की कला से सक्षम होना चाहिए साथ ही महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ महिलाओं पर होने वाले अत्याचार व उत्पीड़न के लिए भी सजग होना चाहिये l

इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष मालिनी शर्मा ने कहा आज की महिला किसी पर निर्भर नहीं है यह युग महिलाओं की आत्मनिर्भरता का है कोई कार्य ऐसा नहीं जो महिलाओं की बिना सहभागिता के पूर्ण हो सकती हो महिला सभी स्वरूपों में पूजनीय है वंदनीय है क्योंकि वह जाननी है वह बेटी है वह माता है वह पत्नी भी है वह सभी सवरूपों में अपना दायित्व निभाने के लिये पूरी तरह तैयार रहती है अपनी सारी जिम्मेदारियां उठाने के लिये हर समय तत्पर रहती है इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव श्रद्धा सारंगी रेखा चतुर्वेदी सहित अनेको महिला पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे

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