हरिद्वार 8 नवंबर 2024 को स्वामी भागवतानंद गिरि जी महाराज सत्संग आश्रम मां कात्यानी मंदिर भूपतवाला हरिद्वार में परम पूज्य गुरुदेव महामंडलेश्वर स्वामी ओंकारानंद महाराज की द्वितीय पावन पुण्यतिथि बड़े ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ बनाई गई इस अवसर पर बोलते हुए आश्रम के श्री महंत प्रमोद शास्त्री महाराज ने कहा इस पृथ्वी लोक पर गुरु ज्ञान का वह सूर्य है जो भक्तों के मन मस्तिष्क में ज्ञान का उजाला कर उन्हें सत्य की राह दिखाते हुए कल्याण के मार्ग पर ले जाते हैं l
गुरु बिना ज्ञान नहीं गुरु बिना कल्याण नहीं गुरु बिना हरि का धाम नहीं क्योंकि जो मार्ग भगवान तक पहुंचता है वह गुरु चरणों से होकर ही जाता है गुरु इस पृथ्वी लोक पर हमारे सच्चे मार्गदर्शक तथा ईश्वर के प्रतिनिधि के तौर पर पृथ्वी लोक पर विद्यमान है परम पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन श्री श्री स्वामी ओंकारानंद गिरि महाराज ज्ञान का एक विशाल सूर्य थे उन्होंने धर्म कर्म भजन सत्संग के माध्यम से भक्तों को कल्याण का मार्ग दिखाया l
गुरुजनों के आशीर्वाद के बिना मनुष्य का भवसागर पार हो पाना बहुत ही कठिन है अगर अपना कल्याण चाहते हो तो गुरुजनों के बताये मार्ग पर चलो गुरु मिलाते हैं ईश्वर से गुरु ही देते ज्ञान भवसागर की नैया के गुरु ही तारण हार इस अवसर पर बोलते हुए महामंडलेश्वर दुर्गादास महाराज ने कहा धर्म कर्म और सत्य की राह मनुष्य का जीवन सफल कर देती किंतु एक सच्चे पाथदर्शक गुरु का जीवन में होना अति आवश्यक है l
महंत सूरज दास महाराज ने कहा राम नाम सिर्फ भगवान का नाम ही नहीं मनुष्य के कल्याण का सार्थक मार्ग भी है आप किसी भी स्वरूप में भगवान श्री राम का सिमरन करें आपके लोक और परलोक दोनों सुधर जाएंगे इस अवसर पर महामंडलेश्वर ललितानन्द महाराज महंत प्रेमानंद महाराज महंत दिनेश दास महाराज महंत सूरज दास महाराज महंत दुर्गादास महाराज महंत सचिव राघवेंद्र दास महाराज महंत प्रमोद शास्त्री महाराज महंत सुधा योगी महाराज महंत राम मुनि महाराज महेंद्र स्वामी नरेशानंद महाराज महंत प्रहलाद दास महाराज श्री अनिल मिश्रा शाहिद सभी भक्त मंडली उपस्थिति रही l
अलीपुर दिल्ली के सभी भक्तजन श्रीमती तारा देवी श्रीमती बाला देवी श्री कमल किशोर श्रीमती रामरती श्रीमती अंजना श्रीमती मंजू श्रीमती विमला श्रीमती संतोष श्रीमती किशन देवी श्रीमती राज श्रीमती राजबाला श्रीमती उषा श्रीमती अंजना श्रीमती कमलेश श्रीमती सोती श्रीमती लक्ष्मी श्रीमती सुशीला श्रीमती वीणा श्रीमती रामरती भारद्वाज श्रीमती लूंगा देवी श्रीमती वाला देवी संदीप कुमारी विमल सुशीला श्रीमती लोग देवी श्रीमती वाला श्रीमती रेखा दुबे श्रीमती कमला सहित भारी संख्या में भक्ता तथा बहुत से संत महापुरुष उपस्थित थे सभी ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए आयोजित विशाल भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण कर अपने जीवन को धन्य तथा कृतार्थ किया