हरिद्वार 20 सितंबर 2024 को निर्मला छावनी स्थित शास्त्री निवास आश्रम में श्री अखंड साहिब पाठ 16 सितंबर से शुरू हुआ पाठ के समापन के अवसर पर आज एक विशाल संत समागम आयोजित किया गया l
इस अवसर पर बोलते हुए निर्मल अखाड़े के कोठारी महंत श्री जसविंदर सिंह महाराज ने कहा वाहेगुरु गुरु नानक देव महाराज ने कहा है सत्य की राह कठिन अवश्य होती है किंतु एक दिन जीत सत्य की ही होती है इसलिए हमें सदैव सच्चाई की राह पर चलते हुए अपने इस मनुष्य जीवन को सार्थक करना चाहिए l
गुरु नानक नाम जहाज है चढ़े सो उतरे पार जो सतगुरु की संगत में पहुंच जाता है उसका बेड़ा पार हो जाता है सतगुरु हमारे सच्चे मार्गदर्शक होते हैं सतगुरु सत्य की वह राह है जो धर्म कर्म के माध्यम से हमारे जीवन को सार्थक कर देते हैं शास्त्री निवास के महंत हरभजन सिंह शास्त्री महाराज ने कहा सतगुरु देव हमारे सच्चे पथ दर्शक होते हैं सतगुरु अपने भक्तों को उंगली पड़कर सत्य की राह दिखाते हैं उनके इस मानव जीवन को सार्थक कर देते हैं
इस अवसर पर बोलते हुए संत श्री इंद्रजीत सिंह शिष्य महंत श्री हरभजन सिंह शास्त्री महाराज ने कहा गुरुजनों का सानिध्य और संगत मनुष्य में अच्छे संस्कारों का उदय करती है साथ ही गुरुदेव धर्म कर्म के माध्यम से उंगली पड़कर हमारे लोक और परलोक दोनों सुधार देते हैं ऐसे ही वंदनीय सत्य की राह दिखाने वाले संत है हमारे गुरुदेव श्री महंत हरभजन सिंह शास्त्री जी महाराज इस अवसर पर बोलते हुए संत श्री हरि दर्शन सिंह महाराज ने कहा है श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पावन वाणी हमारे जीवन को धन्य कर देती है ऊपर से संत महापुरुष गुरुजनों का सानिध्य हमारे इस जीवन को सार्थक करते हुए हमें भवसागर पार करा देते हैं गुरु जी की नैया में सवार होने से यह मनुष्य जीवन धन्य तथा तर्पित हो जाता है
इस अवसर पर महंत कोठारी जसविंदर सिंह शास्त्री महाराज महंत हरभजन सिंह शास्त्री महाराज संत इंद्रजीत सिंह संत हरी दर्शन सिंह श्री गुगना सिंह श्री खान सिंह पाठ का आयोजन करने वाले अमेरिका से आये श्रद्धालु भक्तजन माता दर्शन को इंग्लैंड से माता सलविंदर कौर श्री बलविंदर सिंह श्री प्रीत सिंह श्री बलजीत सिंह श्री बलविंदर सिंह संत इंद्रजीत सिंह संत महंत मोहन सिंह जी महाराज महंत ओमप्रकाश शास्त्री महंत सूर्य देव शास्त्री महाराज श्री हरि चरण सिंह शास्त्री महाराज संत हरनेक सिंह महाराज महंत कुलवंत सिंह महंत सुरजीत सिंह महाराज सरदार रमणीक सिंह महंत भूपेंद्र सिंह श्री देवेंद्र सिंह जसपाल सिंह महंत कृष्ण दास महाराज जोगी सिंह पवन देव सिंह आनंद सिखवाल सहित भारी संख्या में संत वह भक्तगण उपस्थित थे