हरिद्वार, खड़खड़ी श्री 108 बाल ब्रह्मचारी मिशन निर्धन निकेतन श्रद्धेय डॉक्टर ऋषिकेशवानंद जी महाराज का जन्म शताब्दी समारोह बड़े ही धूमधाम और हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया l
संसार में धर्म और मर्यादा की रक्षा के लिए समय-समय पर ऋषि मुनि तथा अलौकिक संत अवतरित हुए तथा अपने तप ज्ञान और शक्ति से जगत का लौकिक एवं पारलौकिक हित साचन किया करते हैं ऐसे ही कौटिल्य ऋषि परंपरा के महान कर्मयोगी श्री 108 बाल ब्रह्मचारी मिशन निर्धन निकेतन आश्रम के संस्थापक मां भगवती के अनन्य उपासक संस्कृत के गौरव ऋषि केशवानंद जी महाराज का आज जन्म दिवस पूर्ण उल्लास के साथ मनाया गया
आश्रम के परमध्यक्ष ऋषि रामकृष्ण जी महाराज ने कहा कि ऐसे कर्मनिष्ट धर्मनिष्ट भारतीय संस्कृति के पोषक पूज्य गुरुदेव डॉक्टर ऋषि केशवानंद जी महाराज ने भारतीय संस्कृति के लिए अपने संपूर्ण जीवन को निछावर कर दिया वास्तव में जन समुदाय के लिए उनका जीवन अनुकरणीय है
उन्होंने यह भी बताया कि अपने जीवन काल में उन्होंने तीन लक्ष्यचंडी महायज्ञयो का सफल आयोजन किया प्रत्येक लक्ष्य चंडी महायज्ञ में 200 ब्राह्मण 100 दिन तक दुर्गा सप्तशती का एक लाख पाठ करते थे प्रथम लक्ष्य चंडी महायज्ञ सन 1981 में द्वितीय लक्ष्य चंडी महायज्ञ 1986 में तथा तृतीय लक्ष्य चंडी महायज्ञ 1996 में संपन्न किया
कार्यक्रम में भजन संध्या का भी आयोजन किया गया lतथा भारी संख्या में संत महापुरुषों तथा भक्तों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा भोजन प्रसाद ग्रहण किया l