🌸 *कमल शर्मा हरिहर समाचार*“ 🌸
हरिद्वार, 30 अक्टूबर 2025 (गुरुवार): कला एवं साहित्य साधकों को समर्पित संस्था कलार्पण भारत द्वारा हरिद्वार के स्वामी चेतनानंद गिरि आश्रम, कनखल में आज सायं 5 बजे से भव्य “कला संस्कृति संगम” का शुभारंभ हुआ। यह आयोजन भारतीय कला, संस्कृति, संगीत और साहित्य को समर्पित एक अद्वितीय संगम के रूप में आयोजित किया गया है।
🙏 प्रबुद्ध संतों का सान्निध्य और आशीर्वाद
कार्यक्रम को दिव्य आशीर्वाद प्रदान करेंगे —
परमपूज्य महामंडलेश्वर 1008 स्वामी जनकपुरी जी महाराज (स्वामी वेदान्ताचार्य-पीठाधीश्वर श्री वेदान्त आश्रम, हरिद्वार)
परमपूज्य श्री 108 महंत सुदीक्षण मुनि जी महाराज (पीठाधीश्वर, जयगुरुदेव उद्यान आश्रम, हरिद्वार)
परमपूज्य महंत स्वामी रामानंद गिरि जी महाराज एवं स्वामी कृष्णानंद गिरि जी महाराज (स्वामी चेतनानंद गिरि आश्रम, हरिद्वार)
परमपूज्य भूषण जी लक्ष्मी नारायण शास्त्री जी (राष्ट्रीय प्रवक्ता, हरिद्वार)
इन सभी संत-मनीषियों की उपस्थिति में भक्ति संध्या एवं भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया गया।

📖 मुख्य आयोजन समिति और पदाधिकारी
कार्यक्रमाध्यक्ष: आचार्य ओमप्रकाश सिंह ‘ओम’ (राष्ट्रीय अध्यक्ष, कलार्पण भारत)
कार्यक्रम संरक्षक: महंत स्वामी चेतनानंद गिरि जी महाराज (संस्थापक, स्वामी चेतनानंद गिरि आश्रम, हरिद्वार)
मुख्य अतिथि (साहित्य संगम): मा. ब्रिजेन्द्र सिंह चौहान (पूर्व महासचिव, राष्ट्रीय कवि संगम, हरिद्वार)
मुख्य पालन: मा. पद्मश्री अशोक पाण्डेय (अध्यक्ष, राष्ट्रीय संस्कृत साहित्य परिषद, भारत)
संवाणी संत/आध्यात्मिक वक्ता: महंत स्वामी रविदेव गिरि जी महाराज (अध्यक्ष, गढ़वाल दीर्घ सेवा आश्रम, हरिद्वार)
✍️ संगठन के प्रमुख पदाधिकारी
राष्ट्रीय अध्यक्ष: डॉ. शिवप्रकाश सिंह
महामंत्री: डॉ. धनंजय सिंह
राष्ट्रीय प्रमुख प्रवक्ता: किशोर कुमार तिवारी
संपादक: आचार्य देवेंद्र शुक्ल (संयोजक, कलार्पण हरिद्वार समिति)
उपाध्यक्ष: श्रीमती श्रद्धा निगम (केंद्रीय अध्यक्ष, कलार्पण भारत, साहित्य प्रकोष्ठ)
सह-संपादक: किशोर मैंगी
स्मारिका संपादन: डॉ. शिवप्रकाश सिंह, डॉ. धनंजय सिंह, किशोर तिवारी
संगठन की यह स्मारिका “समिधा” स्वर्गीय श्री शिवबली सिंह जी को समर्पित की गई है।
🎭 कला संस्कृति संगम के मुख्य आकर्षण
माँ गंगा स्तवन रंग यात्रा – 29 अक्टूबर की संध्या में “माँ गंगा आरती” के साथ रंगयात्रा का शुभारंभ हुआ।
साहित्य संगम एवं विस्तृत सभा – प्रसिद्ध कवयित्री प्रो. भगता सिंह जी (राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, उत्तराखंड) की अध्यक्षता में साहित्यिक विमर्श और कवि सम्मेलन आयोजित किया गया।
कला संस्कृति संगम – 30 अक्टूबर की सायं 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक मंचीय प्रस्तुतियाँ, शास्त्रीय संगीत, लोकनृत्य एवं नाट्य मंचन हुआ।
🎶 मंच प्रदर्शन में भाग लेने वाले प्रमुख कलाकार
पं. श्री हेमांशु हरमेश जी (देहरादून)
पं. श्री अनूप शरण जी (ललितपुर)
पं. श्री मनीष जी (चम्पावत)
पं. श्री नरेश मिश्र जी (दिल्ली)
श्रीमती शशिप्रभा पाण्डेय जी (दिल्ली)
श्रीमती अर्चना तिवारी जी (जालौन)
श्रीमती चम्पा पालक जी (लखनऊ)
श्रीमती सरिता कुलश्रेष्ठ जी (लखनऊ)
श्रीमती रजनी झा जी (बिहार)
श्रीमती सुमन त्रिवेदी जी (महुवा, झारखंड)
श्रीमती रीता पाण्डेय जी (कानपुर)
पं. रामकेवल द्विवेदी जी (हरिद्वार)
पं. जयकृष्ण शुक्ल जी (रामकेवल द्विवेदी संगीत समूह, हरिद्वार)
श्रीमती सविता शुक्ल जी (देहरादून)
श्रीमती विमला श्रीवास्तव जी (ललितपुर)
पं. राकेश शुक्ल जी (लखनऊ)
पं. अभिषेक जायसवाल जी (ललितपुर)
पं. नरेश तिवारी जी (कानपुर)
श्रीमती सुधा पाण्डेय जी (ललितपुर)
पं. मनोज शुक्ल जी (वाराणसी)
इनके अतिरिक्त भारतीय दृष्टि सिनेमा और यात्रायान फिल्म प्रोडक्शन, मुंबई की विशेष सहभागिता रही।
कार्यालय: 17/1, पुराना राजेन्द्र नगर, नई दिल्लीकेन्द्रीय कार्यालय: कलाश्रय संकुल, नटराज संस्थान, बाँदा (उ.प्र.)हरिद्वार कार्यालय: स्वामी चेतनानंद गिरि आश्रम, कनखल, हरिद्वार
✨ समापन
इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारियों ने कहा कि “कला संस्कृति संगम” भारतीय परंपरा की अमूल्य धरोहर को पुनः जीवित करने का प्रयास है। इस मंच के माध्यम से भारत की कला, साहित्य और संस्कृति के प्रति युवाओं में नई चेतना जागृत होगी।
