हरिद्वार कनखल स्थित श्री सुखदेव चरणदासीय धर्मशाला में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के समापन तथा गुरु पूर्णिमा के अवसर पर एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया इस अवसर पर बोलते हुए आश्रम के श्री महंत 1008 परम पूज्य स्वामी शीतलानंन्द जी महाराज ने कहा गुरु भक्तों के तारणहार होते हैं गुरु के द्वारा दिये गये ज्ञान के माध्यम से भक्तों का जीवन सफल हो जाता है गुरु के ज्ञान के बिना यह मानव जीवन सार्थक नहीं हो सकता इस अवसर पर कथा समापन के उपरांत अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए कथा व्यास परम पूज्य श्री दिनेशानंन्द शास्त्री ने कहा श्रीमद् भागवत कथा मनुष्य जीवन को सार्थक कर देती है तथा आयोजन करने वाले के पितरों का तर्पण कर देती है ऐसी पावन कथा का श्रवण करने से भक्तों का जीवन धन्य तथा कृतार्थ हो जाता है इस अवसर पर श्री देव श्री सुरेंद्र श्री उमेश जी भी उपस्थित थे