विचारों की शुद्धता ही मनुष्य जीवन की सार्थकता है श्री महंत कमलेशानन्द सरस्वती महाराज

हरिद्वार खड़खड़ी स्थित श्री गंगा भक्ति आश्रम में भक्तजनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए आश्रम के श्री महंत परम पूज्य स्वामी कमलेशान्द सरस्वती जी महाराज ने कहा विचारों की शुद्धता ही मनुष्य जीवन की सार्थकता है उन्होंने कहा जिसके विचार शुद्ध नहीं उसकी सारी जीवन शैली बिगड़ी हुई होती है और विचारों की शुद्धता गुरुजनों के संत महापुरुषों के सानिध्य से ही प्राप्त हो सकती है इस संसार में गुरु ही भक्तों को धर्म की राह पर ले जा सकते हैं धर्म कर्म हरि भजन और सत्संग ही इस संसार में सत्य का मार्ग है

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