कार्तिकेय शक्ति और सामर्थ्य के प्रतीक हैं और उनकी पूजा करने से कष्टों का निवारण होता है: स्वामी राम रतन गिरी महाराज

हरिद्वार 28 जुलाई 2025 आज पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के मुख्य सचिव स्वामी राम रतन गिरी जी महाराज ने हर साल की भांति इस साल भी श्रवण के महीने के तीसरे सोमवार पर कुलगुरु कार्तिकेय भगवान के नाम से सवा लाख बेल पत्तियां शिव जी को समर्पित की l इस अवसर पर बोलते हुए महाराज श्री ने कहा कि कार्तिकेय शक्ति और सामर्थ्य के प्रतीक हैं और उनकी पूजा करने से कष्टों का निवारण होता है और साधक को शक्ति प्राप्त होती है। कार्तिकेय ने अपने जन्म के सातवें दिन राक्षस तारकासुर का वध किया था। उन्हें हिंदू देवताओं में सबसे पुरुषोत्तम और उग्र माना जाता है। भगवान कार्तिकेय विविध भूमिकाएँ निभाते हैं और जीवन के विभिन्न पहलुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे आंतरिक और बाह्य बाधाओं पर विजय के प्रतीक हैं और व्यक्ति को आध्यात्मिक विकास के पथ पर अग्रसर करते हैं।

आगे कार्तिकेय भगवान के गुणों के विषय में बताते हुए महाराज श्री ने कहा कि युद्ध कौशल के अलावा, भगवान कार्तिकेय ज्ञान और आध्यात्मिक ज्ञान के भी प्रतीक हैं। वे अपने भक्तों को अनुशासन, भक्ति और आत्म-संयम जैसे गुणों को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। कार्तिकेय कुंडलिनी ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो प्रत्येक व्यक्ति के भीतर सुप्त आध्यात्मिक शक्ति है। इस ऊर्जा को जागृत करके, व्यक्ति आध्यात्मिक मुक्ति और उत्कर्ष प्राप्त कर सकता है। इस अवसर पर कार्तिकेय भगवान को रोट का प्रसाद अर्पित किया गया और विशाल संत भंडारे का आयोजन किया गया तत्पश्चात प्रसाद गोस्वामियों में वितरित किया गया l

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