हरिद्वार खड़खड़ी स्थित श्री गंगा भक्ति आश्रम में भक्त जनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए आश्रम के परम विभूषित परम वंदनीय 1008 श्री कमलेशानंद सरस्वती जी महाराज ने अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए कहा संत महापुरुषों की संगत और भगवान हरि का सत्संग मनुष्य को सत्य की राह दिखाता है गुरुजन तथा संत महापुरुष भक्तजनों को धर्म कर्म के माध्यम से कथा सत्संग के माध्यम से सत्य की राह दिखाते हुए भवसागर की और ले जाते हैं इस पृथ्वी लोक पर गुरु ही भक्तों को सत्य की राह दिखा सकते हैं गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं गुरु के बिना गति संभव नहीं गुरु के बिना कल्याण संभव नहीं और गुरु के बिना भगवान से मिलन संभव नहीं इसलिए हे भक्तजनों गुरु के बताए मार्ग पर चलते हुए कल्याण की ओर बढ़ो गुरु ही ईश्वर तक पहुंचाने का माध्यम है