हरिद्वार श्यामपुर स्थित श्री श्याम वैकुंठ धाम मे अपने श्री मुख से भक्तों के बीच ज्ञान की गंगा बहाते हुए अनंत विभूषित श्री महंत 1008 परम पूज्य श्यामसुंदर दास जी महाराज ने कहा भक्ति मनुष्य की अंतरात्मा को शुद्ध कर भगवान के श्री चरणों में विलीन कर देती है इस संसार में मनुष्य के कल्याण का माध्यम हरि भजन और भगवान की भक्ति है इस कलयुग में कठोर तपस्या करने की आवश्यकता नहीं सिर्फ सच्चे मन से कुछ पल भगवान को पुकारने की आवश्यकता है आपकी पुकार सुनकर भगवान दौड़े चले आएंगे कम से कम कुछ पल अपने कल्याण के लिए निकालिए अपनी भक्ति की डोर को भगवान के श्री चरणों से जोड़ीये जिस प्रकार मां गंगा में स्नान करने से भक्त पाप मुक्त हो जाते हैं इसी प्रकार भक्ति करने से भक्त भक्ति मय होकर भगवान के श्री चरणों में विलीन हो जाते हैं तथा अपनी शुद्ध बुद्ध खोकर भगवान को प्राप्त करने के लिए हरि भजन में लीन हो जाते हैं भजन और भक्ति ही इस संसार में कल्याण का मार्ग है